Ayodhya Ram Mandir News: लाकडाउन में भी दिखा भक्तों का उत्साह, एक माह में आई 11 करोड़ से अधिक राशि
अप्रैल के अंतिम सप्ताह से लेकर मई में 11 करोड़ से अधिक राशि मंदिर निर्माण के लिए मिली। इसमें अधिकांश धनराशि मुंबई व गुजरात के रामभक्तों ने भेजी है। कोरोना लाकडाउन अवधि में भेज गई ये राशि मंदिर निर्माण के प्रति भक्तों के उत्साह को बयां करती है।
अयोध्या, [प्रवीण तिवारी]। कोरोना की विभीषिका में भी रामभक्तों का उत्साह बरकरार रहा। लोगों ने आराध्य के भव्य मंदिर निर्माण के लिए दिल खोल कर निधि समर्पित की। भक्तों ने डाक के माध्यम से मंदिर निर्माण के लिए आस्था समर्पित की है। जब से कोरोना ने विकराल रूप धारण किया तब से अयोध्या भक्तों का आना जाना बंद हो गया है, पर वे आस्था निवेदित करने में पीछे कतई नहीं हैं। अप्रैल के अंतिम सप्ताह से लेकर मई में 11 करोड़ से अधिक राशि मंदिर निर्माण के लिए मिली। इसमें अधिकांश धनराशि मुंबई व गुजरात के रामभक्तों ने भेजी है।
गत 23 व 24 अप्रैल को टाटा संस मुंबई तथा नीलिका केमिकल प्राइवेट लिमिटेड बांसी, मुंबई की ओर से पांच- पांच करोड़ रुपये श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से भेजे गए। राकेश केमिकल प्राइवेट लिमिटेड मुंबई ने एक करोड़ रुपये भेजे। इसी तरह मई में ही टाटा संस मुंबई के नटराजन चंद्रशेखर ने 10 लाख रुपये का चेक ट्रस्ट कार्यालय को भेजा, जिसे सोमवार को बैंक में जमा किया गया। कोरोना से संघर्ष के दौरान ही नई दिल्ली के चमनलाल गुप्त आगे आए, उन्होंने एक लाख एक हजार रुपये भेजे।
अहमदाबाद के अनंत जितेंद्र त्रिवेदी ने 25 हजार, यहीं से हनुमान जी मंदिर कैंप ट्रस्ट ने पांच लाख रुपये का चेक भेजा। इसी प्रांत के श्रीकुमार ने एक लाख 11 हजार रुपये दिए। नीलांशी इंटरप्राइजेज अरावली गुजरात ने 51 हजार तथा आंध्र प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक ने 34 हजार रुपये का चेक भेजा। ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्त का मानना है कि भले ही लोग महामारी में लाकडाउन लगने से आराध्य का दर्शन नहीं कर सके, लेकिन उनसे मिली ये राशि मंदिर निर्माण के प्रति भक्तों के उत्साह को बयां करती है। लाकडाउन में भी लोग संकल्प से निधि समर्पित करते रहे और चेक भेजते रहे।