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मुलायम सिंह की समधन अम्बी बिष्ट को मिला फिर जोन तीन का चार्ज, नगर निगम में जोनल अधिकारियों में पदों में फिर बदलाव

नगर निगम में जोनल अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया है। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी की तरफ से आदेश जारी हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की समधन अम्बी बिष्ट को फिर से जिम्मेदारी दी गई है।

By Rafiya NazEdited By: Updated: Sun, 01 Aug 2021 02:40 PM (IST)
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नगर निगम में जोनल अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया है।
लखनऊ जागरण संवाददाता। नगर निगम में जोनल अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया है। जोनल अधिकारी का काम देख रहे कर अधीक्षकों को मूल पद पर भेजा गया गया है। कहा जाए तो उन्हें प्रमुख जिम्मेदारी से हटा दिया गया है। भवन कर वसूली में लापरवाही और क्षेत्र में सफाई का पर्यवेक्षण ठीक से न करने के कारण ही यह बदलाव किया गया है। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी की तरफ से आदेश जारी हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की समधन अम्बी बिष्ट को फिर से जिम्मेदारी दी गई है।

संयुक्त नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार को पूर्व में दी गई जिम्मेदारियों के साथ ही जोनल अधिकारी एक का प्रभार दिया गया है। अभी तक जोनल अधिकारी का काम देख रहे दिलीप श्रीवास्तव को जोन सात का कर अधीक्षक बनाया गया है। जोनल अधिकारी छह का काम देख रहीं सहायक नगर आयुक्त प्रज्ञा सिंह को जोनल अधिकारी सात बनाया गया है, जबकि जोनल अधिकारी तीन रहे राजेश सिंह को जोन एक में कर अधीक्षक बनाया गया है।

जोनल अधिकारी छह डॉ बिन्‍नो अब्‍बास रिजवी को बनाया गया है जो अभी तक स्‍थानीय निकाय निदेशालय पर संबंद्ध थी। कुछ दिन पहले ही नगर निगम में तैनाती हुई थी। नगर आयुक्त से भिड़ंत के कारण जोन छह से हटाई गईं कर निर्धारण अधिकारी अम्बी बिष्ट को फिर से जिम्मेदारी दी गई है। अम्बी सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह की समधन हैं। अभी वह उद्यान व अन्य कार्य मुख्यालय पर देख रहीं थी, उन्हें सुबह जोनल अधिकारी सात का चार्ज दिया गया था, लेकिन शाम को उन्हें महत्वपूर्ण जोन तीन की जिम्मेदारी सौंपी गई। उनसे पूर्व में आवंटित कार्यों को ले लिया गया है। जोनल अधिकारी सात रहे चंद्रशेखर यादव को जोन छह में कर अधीक्षक बनाया गया है। स्थानांतरण होकर बाहर से आए कर अधीक्षक अजीत कुमार राय को जोन तीन का कर अधीक्षक और आरआर विभाग का कनिष्ठ प्रभार दिया गया है।

राजस्व निरीक्षकों पर भी गिर सकती है गाज: तीन साल से अधिक समय से महत्वपूर्ण जोनों में तैनात राजस्व निरीक्षकों को भी बदला जा सकता है। इसमे कर राजस्व निरीक्षकों की शिकायत भी अधिकारियों को मिली है कि पहले अधिक कर लगाकर फिर बाद में कम करके मनमानी वसूली कर रहे हैं। इसी तरह क्रीम जोन में तैनाती होने से वे दूसरे जोन न जाने के लिए जुगाड़ भी लगा रहे हैं।

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