'जेल नहीं जाऊंगा...' पत्नी से बोला जमानत पर छूटा हत्यारोपित, फिर कब्रिस्तान में जाकर कर दिया ये काम
जमानत पर छूटे हत्यारोपित ने अपनी पत्नी से कहा कि वह जेल नहीं जाएगा अब कब्रिस्तान में जाकर आत्महत्या कर लेगा । इसके बाद फोन काट दिया। पत्नी ने दोबारा फोन मिलाया तो उसने रिसीव नहीं किया। पत्नी ने घरवालों को बताया उन्होंने कब्रिस्तान में जाकर देखा तो वहां पेड़ से रस्सी के सहारे मकसूद फंदे पर लटका मिला ।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। जमानत पर छूटे हत्यारोपित 50 वर्षीय मकसूद अहमद ने अपनी पत्नी से कहा कि वह जेल नहीं जाएगा चाहे आत्महत्या कर लेगा। यह कहकर वह घर से निकाला और ऐशबाग कब्रिस्तान में जाकर पेड़ के सहारे फांसी लगा ली। कुछ महीने पहले ही जेल से हत्या के मामले में जमानत पर छूटा था।
मकसूद अहमद ऐशबाग हबीबनगर में रहता था। 2022 में हत्या के मामले में जेल गया था। कुछ माह पहले ही जेल से जमानत पर छूटा था। पुलिस उपायुक्त डा. दुर्गेश कुमार ने बताया कि जमानत पर छूटने के बाद से मकसूद कोर्ट में पेशी पर नहीं जा रहा था। कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी और कुर्की के पहले 82 की कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किया था।
कोर्ट के निर्देश पर पुलिस भी कुछ दिन पहले गई थी। पुलिस ने उसकी पत्नी से कहा था कि वह हाजिर करा दे। सोमवार को मकसूद की पत्नी ने उससे कहा कि वह कोर्ट जा रही है। सरेंडर की व्यवस्था वहां वकील से मिलकर करेगी। जब पूरा इंतजाम हो जाएगा तो आ जाना। पत्नी कोर्ट पहुंच गई। वहां से उसने कुछ देर बाद फोन कर मकसूद को बुलाया।
पेड़ से लटकी मिली मकसूद की लाश
मकसूद ने पत्नी से फोन पर कहा कि वह जेल नहीं जाएगा अब कब्रिस्तान में जाकर आत्महत्या कर लेगा। इसके बाद फोन काट दिया। पत्नी ने दोबारा फोन मिलाया तो उसने रिसीव नहीं किया। इसके बाद उसने घरवालों को बताया। बेटा शहजादे, मासूक और अन्य परिवारीजन कब्रिस्तान पहुंचे वहां पेड़ से रस्सी के सहारे मकसूद फंदे पर लटका मिला। अस्पताल लेकर पहुंचे जहां, डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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