Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

मुजफ्फरनगर में शिक्षक की हत्या का मामला गरमाया, नाराज टीचरों ने UP Board कॉपी चेकिंग का किया बहिष्कार

माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों ने सोमवार को लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करने से मना कर दिया। मूल्यांकन बहिष्कार करते हुए उन्होंने अपने साथी शिक्षक की हत्या के विरोध में आवाज बुलंद की। मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार शिक्षकों ने राजकीय हाईस्कूल महगांव वाराणसी के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की हत्या के विरोध में किया है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 18 Mar 2024 01:52 PM (IST)
Hero Image
मुजफ्फरनगर में शिक्षक की हत्या का मामला गरमाया, नाराज टीचरों ने UP Board कॉपी चेकिंग का किया बहिष्कार

जागरण संवाददाता, लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों ने सोमवार को लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करने से मना कर दिया। मूल्यांकन केंद्रों से बाहर आकर उन्होंने रोष प्रकट किया।

मूल्यांकन बहिष्कार करते हुए उन्होंने अपने साथी शिक्षक की हत्या के विरोध में आवाज बुलंद की। मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार शिक्षकों ने राजकीय हाईस्कूल महगांव वाराणसी के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की हत्या के विरोध में किया है। जिनकी मुजफ्फरनगर में उनके साथ ड्यूटी कर रहे आरक्षी ने उस समय हत्या कर दी जब वह बोर्ड की उत्तर पुस्तिका को लेकर जा रहे थे।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने इस घटना की घोर निंदा की है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ इस हत्या के लिए मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार का समर्थन करता है। एक दिन के लिए उन्होंने सभी शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य से खुद को अलग करने की अपील की।

इसे लेकर लखनऊ में राजकीय जुबली इंटर कालेज और हुसैनाबाद सहित कई केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य कर रहे शिक्षक बाहर आ गए, उन्होंने एक दिन मूल्यांकन नहीं करने का निर्णय लिया है। साथ ही मूल्यांकन में लगे शिक्षकों की सुरक्षा और उचित मुआवजे की मांग की है। इस दौरान केंद्रों से बाहर शिक्षकों ने नारेबाजी भी की।

आगरा जिले में पांच केंद्रों शाहगंज स्थित राजकीय इंटर कालेज, हरीपर्वत स्थित एमड़ी जैन इंटर कालेज, खंदारी स्थित आरबीएस इंटर कालेज, सुल्तानपुरा स्थित एनसी वैदिक इंटर कालेज और ताजगंज स्थित नगर निगम इंटर कॉलेज में मूल्यांकन कर चल रहा है, जिसमें 3450 शिक्षक लगाए गए है।

सोमवार को मूल्यांकन के तीसरे दिन सभी केंद्रों पर शिक्षक घटना से आक्रोशित थे, इसके बाद शिक्षक संगठन पदाधिकारों के पहुंचने पर यह विरोध और तेज हो गया और शिक्षक मूल्यांकन कर छोड़कर केंद्र परिसर में एकजुट हो गए।

माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय कोषाध्यक्ष मुकेश शर्मा का कहना था कि शिक्षक सभी कार्यों को गंभीरता से करते हैं, बावजूद इनके वही सभी का सबसे आसान शिकार समझा जाता है। इस मामले में गंभीर कार्रवाई नहीं हुई तो शिक्षक उग्र आंदोलन करेंगे।

इसे भी पढ़ें: यूपी की इस लोकसभा सीट पर हो सकता है बड़ा फेरबदल, मायावती ने ब्राह्मण कार्ड चल सभी को कर दिया हैरान