UP News: यूपी में नर्सरी से आठवीं तक के स्कूलों में पढ़ाई के नए नियम, महानिदेशालय का सभी जिलों को निर्देश
दीक्षा एप पर 82 ई बुक्स और 7300 शैक्षिक वीडियो अपलोड कर दिए गए हैं। अभी 18371 प्राथमिक स्कूलों उच्च प्राथमिक स्कूलों कंपोजिट विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में स्मार्ट क्लास तैयार कराई गई हैं। 880 ब्लाक संसाधन केंद्रों पर आइसीटी लैब की व्यवस्था की गई है। यहां आसपास के स्कूलों के 14-14 विद्यार्थियों के समूह को कंप्यूटर का आधारभूत ज्ञान दिया जाएगा।
By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Thu, 16 Nov 2023 06:30 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को हर दिन एक विषय की पढ़ाई स्मार्ट क्लास में कराई जाएगी। इन स्कूलों में पढ़ने वाले सभी कक्षा छह से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों के लिए यह व्यवस्था की गई है। वहीं प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी अभी सप्ताह में एक दिन स्मार्ट क्लास में पढ़ाई करेंगे। स्कूल शिक्षा महानिदेशालय की ओर से सभी जिलों को यह निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वहीं इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलाजी (आइसीटी) लैब में हर दिन 14-14 छात्रों का ग्रुप कंप्यूटर का आधारभूत ज्ञान लेने जाएगा।
कब-कब लगेगी स्मार्ट क्लासउच्च प्राथमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापक प्रतिदिन किसी न किसी एक विषय की पढ़ाई स्मार्ट क्लास में कराना निर्धारित करेंगे। वहीं दूसरी ओर प्राथमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक सोमवार को कक्षा एक, मंगलवार को कक्षा दो, बुधवार को कक्षा तीन, गुरुवार को कक्षा चार व शुक्रवार और शनिवार को कक्षा पांच के विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास में पढ़ाई कराएंगे।
बालिका विद्यालयों में स्मार्ट क्लास तैयारदीक्षा एप पर 82 ई बुक्स और 7,300 शैक्षिक वीडियो अपलोड कर दिए गए हैं। अभी 18,371 प्राथमिक स्कूलों, उच्च प्राथमिक स्कूलों, कंपोजिट विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में स्मार्ट क्लास तैयार कराई गई हैं। 880 ब्लाक संसाधन केंद्रों पर आइसीटी लैब की व्यवस्था की गई है। यहां आसपास के स्कूलों के 14-14 विद्यार्थियों के समूह को कंप्यूटर का आधारभूत ज्ञान दिया जाएगा।
शिक्षकों को भी ऑनलाइन ट्रेनिंगयही नहीं 2.09 लाख स्कूलों में टैबलेट भी दिया गया है। ऐसे में डिजिटल माध्यम का अधिक से अधिक प्रयोग कर विद्यार्थियों को बेहतर ढंग से पढ़ाई कराई जाएगी। शिक्षकों को भी ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी। महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद के मुताबिक राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से स्मार्ट क्लास व आइसीटी लैब का कितना प्रयोग किया जा रहा है, इसकी निगरानी की मजबूत व्यवस्था की गई है।
स्कूलों के लिए तीन वर्ष का इंटरनेट डेटा प्लानविद्यालयों के लिए तीन वर्ष का इंटरनेट डेटा प्लान और डोंगल आदि जल्द विद्यालयों को उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि वह आसानी से स्मार्ट क्लास और टैबलेट के माध्यम से जरूरी जानकारी आनलाइन उपलब्ध करा सकें।
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