यूपी के नौ मेडिकल कॉलेजों के अधूरे कार्यों को पूरा कराएंगे नोडल अफसर, लोकार्पण की नई तारीख जल्द
उत्तर प्रदेश में नौ नए मेडिकल कॉलेजों में बचे हुए कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं। उन्होंने प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में एक-एक नोडल अफसर तैनात करने को कहा ताकि यहां बचे कार्य शीघ्र पूरे करा लिए जाएं।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Tue, 27 Jul 2021 09:56 AM (IST)
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में नौ नए मेडिकल कॉलेजों में बचे हुए कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को दिए हैं। उन्होंने प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में एक-एक नोडल अफसर तैनात करने को कहा, ताकि यहां प्रयोगशाला, पुस्तकालय और उपकरण इत्यादि से संबंधित बचे कार्य शीघ्र पूरे करा लिए जाएं। शिक्षकों व कर्मचारियों की भर्ती की प्रक्रिया भी जल्द पूरी कर ली जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह हर दिन कार्यों की समीक्षा करें ताकि बचे काम जल्द पूरा हो सकें। जल्द मानकों की जांच के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की टीम इन मेडिकल कॉलेजों का दौरा करेगी। नौ नए मेडिकल कालेजों का निर्माण देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मीरजापुर, प्रतापगढ़ व सिद्धार्थ नगर में किया जा रहा है। 30 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इनका लोकार्पण करना था, लेकिन एनएमसी का निरीक्षण अब तक न हो पाने और मान्यता पर मुहर न लग पाने के कारण इसे टाल दिया गया है। अब जल्द नई तारीख घोषित की जाएगी।
यूपी में चिकित्सा व्यवस्था के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से अधिक मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ का लक्ष्य हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज का है। इन नौ नए मेडिकल कॉलेज शुरू होने से उत्तर प्रदेश में अब कुल मेडिकल कॉलेज 48 हो जाएंगे। इसके साथ ही 13 और मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए कृतसंकल्पित है।
कोरोना वायरस संक्रमण के पहले तथा दूसरे चरण में तमाम तरह की बंदिशों के बीच में भी उत्तर प्रदेश के विकास का काम चलता रहा। इसी का नतीजा है कि नौ जिलों में मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हैं। उत्तर प्रदेश के एटा, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मीरजापुर, प्रतापगढ़ के साथ ही सिद्धार्थनगर जिले में मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो चुके हैं। प्रदेश में स्थापित किए गए इन नौ मेडिकल कॉलेजों में नए शैक्षिक सत्र 2021 से ही पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। प्रत्येक मेडिकल कालेज में सौ-सौ सीटें एमबीबीएस की होंगी। इस तरह एमबीबीएस की कुल 900 सीटें बढ़ जाएंगी। अभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की करीब तीन हजार सीटें हैं। अब आगे कुल 3900 सीटें होंगी। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पढ़ाई शुरू करने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। करीब 450 से अधिक संकाय सदस्यों की भर्ती की जा रही है। 13 और नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण किया जा रहा है।
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