Sleeper और AC बोगियों के यात्री अब एक साथ करेंगे भारत दर्शन ट्रेनों में सफर, अप्रैल से शुरू होगी यात्रा
आइआरसीटीसी कोरोना काल में एसी और नॉन एसी क्लास में यात्रा करने वाले पर्यटकों की डिमांड बढ़ाने के लिए यह प्रयोग करने जा रहा है। वह 12 बोगियों वाली भारत दर्शन ट्रेन में छह से सात एसी और पांच से छह स्लीपर की बोगियां लगाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। सुपरफास्ट ट्रेनों की तरह अब पर्यटन और दार्शनिक स्थलों की सैर कराने वाली भारत दर्शन ट्रेनों में भी स्लीपर के साथ एसी क्लास के पर्यटक सफर कर सकेंगे। दोनों की क्लास के यात्रियों के लिए अलग-अलग ट्रेन चलाने वाले भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) एसी व स्लीपर बोगियों वाली भारत दर्शन ट्रेन चलाएगा।
दरअसल, आइआरसीटीसी को अपने यात्रियों की जरूरत के हिसाब से अभी स्लीपर व एसी बोगियों वाली भारत दर्शन ट्रेनों को अलग-अलग चलाना पड़ता है। स्लीपर वाली भारत दर्शन ट्रेनों की यात्रा के दौरान औसतन प्रतिदिन 945 रुपये का खर्च आता है, जिसमें स्लीपर की यात्रा सहित यात्रियों को तीनों समय के शाकाहारी भोजन, बसों से स्थानीय भ्रमण और लॉज में ठहरने की सुविधा आइआरसीटीसी देता है। यह आइआरसीटीसी की सबसे सस्ती यात्रा होती है, जिसमें अधिकांश धार्मिक स्थलों की सैर कराई जाती है। वहीं, एसी बोगियों वाली आइआरसीटीसी की डीलक्स ट्रेन है, जिसमें तीनों समय का खाना, एसी कार से स्थानीय भ्रमण और थ्री स्टार रेटिंग वाले होटलों में ठहरने की व्यवस्था की जाती है।
आइआरसीटीसी कोरोना काल में एसी और नॉन एसी क्लास में यात्रा करने वाले पर्यटकों की डिमांड बढ़ाने के लिए यह प्रयोग करने जा रहा है। वह 12 बोगियों वाली भारत दर्शन ट्रेन में छह से सात एसी और पांच से छह स्लीपर की बोगियां लगाएगा। इस ट्रेन से दोनों ही क्लास के यात्रियों के ठहरने और स्थानीय भ्रमण के लिए एक साथ अलग-अलग प्रबंध भी हो सकेंगे। आइआरसीटीसी के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, अप्रैल में एसी व स्लीपर बोगियों वाली पहली भारत दर्शन ट्रेन रवाना होगी।