रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ में आज डीआरडीओ लैब और ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का करेंगे शिलान्यास
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज रविवार को कानपुर रोड पर ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही डीआरडीओ लैब का भी शिलान्यास रक्षा मंत्री द्वारा किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे और शिलान्यास कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
By Dharmendra MishraEdited By: Updated: Sun, 26 Dec 2021 09:19 AM (IST)
लखनऊ, जासं। सामरिक क्षेत्र में भारत को और ताकतवर बनाने की दिशा में लखनऊ भी बड़ा योगदान देने जा रहा है । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज रविवार को कानपुर रोड पर ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही डीआरडीओ लैब का भी शिलान्यास रक्षा मंत्री द्वारा किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे और शिलान्यास कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
भारत अपनी तीनों सेनाओं को आधुनिकीकरण करने में जुटा हुआ है। इसी के तहत रूस के साथ समझौता कर भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण किया और उसे अपनी तीनों सेनाओं में शामिल किया। आज भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में है, जिनके पास हवा, जमीन और जल से मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता है। ब्रह्मोस मिसाइल को तीनों ही जगहों से छोड़ा जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी के मेक इन इंडिया मंत्र को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने डिफेंस कॉरिडोर का जो सपना देखा अब वह पूरा होता दिख रहा है। ब्रह्मोस यूनिट के लिए सरकार ने मात्र एक रुपये की लीज पर 80 हेक्टेयर से अधिक जमीन उपलब्ध कराई है।
इसके अलावा अमौसी एयरपोर्ट के ठीक बगल में डीआरडीओ लैब खुलेगी, जहां पर रक्षा अनुसंधान और विकास के कार्य को सकेंगे। डीआरडीओ इन दोनों प्रोजेक्ट में 10000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने जा रहा है। जाहिर है इससे भारत की सैन्य क्षमताओं में इजाफा होगा ही उद्यमियों को भी नए अवसर मिलेंगे। यूनिट की स्थापना और उत्पादन शुरू होने के बाद से तमाम लघु सूक्ष्म और बड़े उद्योगों को भी काम मिलेगा। लाखों रोजगार के अवसर निकलेंगे। ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में कहा जाता है कि यह दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल है, जिसे कहीं से भी छोड़ा जा सकता है।
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