यूपी सिपाही भर्ती के Paper Leak में अधिकारियों की बढ़ेंगी मुश्किलें, कई स्तर पर हुई लापरवाही; अब होगा ताबड़तोड़ एक्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उप्र पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में एसटीएफ सख्ती से जांच कर रही है। एसटीएफ की जांच आगे बढ़ने के साथ पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के कुछ अधिकारियों की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सीएम ने छह माह के भीतर दोबारा लिखित परीक्षा कराने का निर्देश दिया था। भर्ती बोर्ड इसकी तैयारियों में जुटा है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उप्र पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने में एसटीएफ की जांच आगे बढ़ने के साथ पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के कुछ अधिकारियों की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनसे परीक्षा कराने वाली अहमदाबाद की कंपनी एजूटेस्ट के चयन और प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के प्रबंधों को लेकर सवाल-जवाब हो सकते हैं। भर्ती बोर्ड ने कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। कंपनी की जमानत राशि जब्त कर भुगतान रोकने की भी तैयारी है।
एसटीएफ ने कंपनी संचालक विनीत आर्या को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था पर वह सामने नहीं आया। कंपनी संचालक से पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आने की उम्मीद है। जांच में पेपर लीक होने में कंपनी की कई स्तर पर लापरवाही सामने आई है। एसटीएफ ने पेपर लीक कराने वाले गिरोह के मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्रा समेत अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया था। अन्य की तलाश की जा रही है।
दोबारा परीक्षा कराने की तैयारी में जुटा भर्ती बोर्ड
आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए 18 व 19 फरवरी को हुई लिखित परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। शासन ने 24 फरवरी को परीक्षा रद करने का निर्णय किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छह माह के भीतर दोबारा लिखित परीक्षा कराने का निर्देश दिया था। भर्ती बोर्ड जल्द दोबारा परीक्षा कराने की तैयारी में जुटा है। अभी परीक्षा कराने वाली कंपनी का चयन नहीं हो सका है।यह भी पढ़ें - 'Priyanka Gandhi बेमन से वायनाड...' आचार्य प्रमोद ने तोड़ी चुप्पी, अयोध्या में BJP की हार पर भी दिया रिएक्शन
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