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धनतेरस पर यूपी राज्य परिवहन ने दिया दीवाली का तोहफा, प्रदेशभर में होगा 4000 अतिरिक्त बसों का संचालन

UPSRTC News - दीपावली और छठ पर्व के लिए उत्तर प्रदेश में 4000 अतिरिक्त बसें चलेंगी जो 10 नवंबर तक दिल्ली लखनऊ गोरखपुर वाराणसी अयोध्या और कानपुर सहित अन्य क्षेत्रों से संचालित होंगी। बसें 60% लोड फैक्टर मिलने पर चलेंगी। परिवहन निगम की सभी बसें सड़क पर रहेंगी और अवकाश रद्द किया गया है। ड्राइवरों और कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Tue, 29 Oct 2024 05:30 AM (IST)
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क्षेत्रीय अधिकारियों को आवागमन का जिम्मा सौंपा गया है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। दीपावली व छठ पर्व के लिए प्रदेशभर में 4000 अतिरिक्त बसों का मंगलवार से संचालन शुरू हो रहा है। बसें 10 नवंबर तक दिल्ली, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या, कानपुर सहित अन्य क्षेत्रों से चलेंगी। 

शुरुआत के स्थल पर 60 प्रतिशत से अधिक लोड फैक्टर मिलने पर किसी भी मार्ग पर बसें चलेंगी, भैया दूज पर स्थानीय व निकट जिलों के लिए अधिक आवागमन होता है, इसलिए क्षेत्रीय अधिकारियों को आवागमन का जिम्मा सौंपा गया है।

प्रमुख पर्व पर प्रदेश के लोगों को गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए बसें चलेंगी ताकि लोगों को आवागमन में किसी तरह की परेशानी न हो। परिवहन निगम की सभी बसें ओन रोड रहेंगी और किसी भी दशा में अनफिट बसों का संचालन न करने के निर्देश हैं। 

इस अवधि में सभी बसों का अवकाश रद्द किया गया है, प्रवर्तन दलों को क्षेत्रों में निकल कर जांच करने का आदेश है, सभी क्षेत्रीय/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। 

प्रबंध निदेशक ने बताया कि इस अवधि में ड्राइवरों/कंडक्टरों व कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि मिलेगी। संविदा, आउटसोर्सिंग के भी ड्राइवर/कंडक्टर जो न्यूनतम 12 दिनों में उपस्थित होकर औसत 300 किलोमीटर प्रतिदिन का संचालन करते हैं को 350 रुपये प्रति दिवस की दर से एकमुश्त 4200 रुपये का विशेष प्रोत्साहन भुगतान मिलेगा।

लखनऊ क्षेत्र में 316 अतिरिक्त बसें चलेंगी

परिवहन निगम लखनऊ 316 अतिरिक्त बसें चलाएगा। क्षेत्रीय प्रबंधक सभी नौ डिपो को बसों का आवंटन कर चुके हैं। इनमें सबसे अधिक बसों का संचालन लखनऊ-गोरखपुर, दिल्ली, आजमगढ़ व प्रयागराज आदि के लिए होगा। 

लखनऊ क्षेत्र के नौ डिपो में 931 बसों का बेड़ा है, इनमें 841 का आवंटन किया गया है, 90 बसों को संबंधित डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आकस्मिक स्थिति में चला सकेंगे।

रोडवेज बसों में शुरू नहीं हो सकी एनसीएमसी योजना

  • यात्रियों को नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड का दो वर्ष से इंतजार 
  • सिटी बसों में सेवा शुरू हो चुकी, मेट्रो में लागू किया जाएगा कार्ड 
जागरण संवाददाता, लखनऊ। परिवहन निगम दो साल से यात्रियों को नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) दिलाने की तैयारियां कर रहा है, मुख्य सचिव की घोषणा के बाद कार्ड का डिजाइन भी तैयार हुआ लेकिन, सुविधा शुरू नहीं हो पाई है। उधर, लखनऊ की सिटी बसों में एनसीएमसी की सुविधा शुरू हो चुकी है। 

डिजिटल पेमेंट की दिशा में रोडवेज अब कदम बढ़ाने को अब तैयार नहीं है। रोडवेज ने करीब दो वर्ष पहले नेशनल पेमेंट कारपोरेशन आफ इंडिया (एनपीसीआइ) के साथ एमओयू किया। इसमें एनपीसीआइ निगम को तकनीकी सहयोग दे रहा। निगम की ई-टिकट मशीनों का कई चरण में आडिट हुआ। 

असल में, इस कदम से यात्रा का टिकट बनाने में डिजिटल लेनदेन होना है। यात्रा के दौरान कार्ड कंडक्टर को देने पर टिकट मशीन को कार्ड से टच कराने पर गंतव्य का टिकट बनाया जाना है। 

इस कार्ड का डिजाइन फाइनल करने में महीनों लगे। रोडवेज का ऑनलाइन टिकट का सर्वर 25 अप्रैल 2023 को विदेश से हैक हो गया। नौ मई आनलाइन सेवा बहाल हो गई और वेब वर्क्स संस्था भी किनारे कर दी गई। 

परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक आईटी यजुवेंद्र सिंह ने बताया कि इस सेवा को शुरू करने के लिए सारी तैयारियां की गई थी, लेकिन उच्च स्तर पर अभी तक सहमति न बनने से शुरू नहीं हो पाई है। यह सेवा अभी निकट भविष्य में शुरू होने की उम्मीद नहीं है।

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