Move to Jagran APP

सीएम योगी के निर्देश पर आधिकारियों ने बाढ़ को लेकर तैयारियां की पुख्ता, संभावित जनपदों के लिए 10 करोड़ की धनराशि जारी

प्रमुख सचिव राजस्व पी गुरु प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट रहने के साथ तैयरियों को पुख्ता करने के निर्देश दिये थे। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरुप प्रदेश के अतिसंवेदनशील और संवेदनशील क्षेत्रों में 612 बाढ़ चौकियों की स्थापना की जा चुकी है। वहीं इन क्षेत्रों में अतिरिक्त बाढ़ चौकियों की स्थापना की कार्रवाई चल रही है।

By Jagran News Edited By: Amit Singh Published: Fri, 05 Jul 2024 07:20 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2024 07:20 PM (IST)
बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित 39 जिलों में खाद्यान्न टेंडर प्रक्रिया पूरी

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। योगी सरकार ने प्रदेश में बाढ़ की आशंकाओं को देखते हुए इससे निपटने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली हैं। सीएम योगी के निर्देश पर बाढ़ से निपटने एवं जनहानि-धनहानि को न्यूनतम करने के लिए 24 अतिसंवेदनशील और 16 संवेदनशील इलाकों में बाढ़ चौकियाें की स्थापना कर ली गयी है, जहां पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टुकड़ियों को तैनात किया गया है।

इसके अलावा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को राहत देने के लिए 40 जिलों में से 39 जिलों में खाद्यान्न टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। बता दें कि सीएम योगी ने हाल में ही बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये थे, जिसके बाद अधिकारियों ने मिशन मोड में महज चार से पांच दिन के अंदर तैयारियों को अंजाम दिया है।

बाढ़ प्रभावितों क्षेत्रों में स्थापित की गयी 612 चौकियां

प्रमुख सचिव राजस्व पी गुरु प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट रहने के साथ तैयरियों को पुख्ता करने के निर्देश दिये थे। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरुप प्रदेश के अतिसंवेदनशील और संवेदनशील क्षेत्रों में 612 बाढ़ चौकियों की स्थापना की जा चुकी है। वहीं इन क्षेत्रों में अतिरिक्त बाढ़ चौकियों की स्थापना की कार्रवाई चल रही है।

इन बाढ़ चौकियों में एनडीआरएफ की 7 टीमें, एसडीआरएफ की 18 टीमें और पीएसी की 17 टीमें तैनात कर दी गयी हैं। इसके साथ ही आपदा मित्रों को भी तैनात किया गया है। इसके अलावा सभी बाढ़ प्रभावित जनपदों में नावों का चिन्हीकरण और नाविक तैनात कर दिये गये हैं।

उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एक वर्ष में 4700 राहत चौपालों को आयोजन किया गया, जिसमें लाेगों को बाढ़ के दौरान अपनी और अपने मवेशियों की किस तरह सुरक्षा करनी है, इसकी जानकारी दी गयी। वहीं बाढ़ पूर्व तैयारियों के तहत एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीएसी की ओर से 25 जनपदों में मॉकड्रिल की गयी।

39 जिलों में खाद्यान्न पैकेट की टेंडर प्रक्रिया पूरी

राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जनपदों के लिए 10 करोड़ की धनराशि जारी की जा चुकी है। इस धनराशि से बाढ़ प्रभावित जनपदों में विभिन्न आवश्यक खरीदारी पूरी कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित 40 जिलों में से 39 जिलों में खाद्यान्न पैकेट की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। वहीं गाजीपुर में खाद्यान्न पैकेट का टेंडर एक दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा।

बाढ़ प्रभावित इलाकों में दो खाद्यान्न पैकेट वितरित किये जाएंगे। इनमें पहले पैकेट में प्रति परिवार को ढाई-ढाई किलोग्राम के दो लाई के पैकेट, 2 किलो भुना चना, प्लास्टिक के पैकेट में 1 किग्रा. गुड़, बिस्किट के 10 पैकेट, माचिस और मोमबत्ती के एक पैकेट, 2 पीस नहाने का साबुन, एक 20 लीटर का जरीकेन, 12 गुणे 10 वर्ग फिट मोटाई का एक तिरपाल, जिसका जीएसएम 110 से कम न हो आदि सामान वितरित किया जाएगा।

वहीं दूसरे पैकेट में प्रति व्यक्ति 10 किग्रा. आटा, 10 किग्रा. चावल, 2 किग्रा. अरहर दाल, 10 किग्रा. आलू, 200 ग्राम हल्दी, 100 ग्राम मिर्च, 200 ग्राम सब्जी मसाला, 1 लीटर सरसों का तेल और 1 किग्रा. नमक का पैकेट वितरित किया जाएगा।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.