Padma Awards 2024: प्राइमरी स्कूल से SGPGI के डायरेक्टर तक का सफर, अब मिलेगा पद्मश्री
प्रो. धीमान का लखनऊ से गहरा नाता है। मेडिकल की यूजी पीजी व सुपर स्पेशियलिटी डिग्री राजधानी से हासिल की। वर्ष 1984 में केजीएमयू से एमबीबीएस 1987 में केजीएमयू से ही एमडी किया। पीजीआई लखनऊ से डीएम गैस्ट्रोइंट्रोलाजी की पढ़ाई पूरी की। प्रो. धीमान ने चंडीगढ़ पीजीआइ के हेपेटोलाजी विभाग के अध्यक्ष के रूप में लंबे समय तक सेवा दी।
विकास मिश्र, लखनऊ।
यूं तो प्राइमरी स्कूल के पठन-पाठन पर लोग सवाल उठाते हैं। अक्सर शिक्षा की गुणवत्ता और संसाधनों के अभाव की दुहाई दी जाती है। लेकिन, सहारनपुर के एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले प्रो. आरके धीमान की उपलब्धि ने ऐसी सोच को पूरी तरह से गलत साबित कर दिया। वर्ष 2020 में उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थानों में शुमार एसजीपीजीआई का निदेशक बनाया गया और अब पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। प्रो. धीमान के पास वर्ष 2021 से कल्याण सिंह कैंसर संस्थान का भी प्रभार है।
यूपी बोर्ड से की पढ़ाई
केजीएमयू-पीजीआई में डॉक्टरी की शिक्षा
हेपेटाइटिस सी को नियंत्रित करने में खास योगदान
मेरे लिए यह बेहद खास दिन है। मैं इसका श्रेय पीजीआई चंडीगढ़ और पीजीआई लखनऊ की पूरी टीम को देना चाहूंगा। टीम के सहयोग के बिना कोई लक्ष्य हासिल नहीं हो पाता। सरकार को आभार प्रकट करना चाहूंगा। - प्रो. आरके धीमान, निदेशक, एसजीपीजीआई