महाराष्ट्र चुनाव में सपा और कांग्रेस गठबंधन की तस्वीर आज होगी साफ, पांच सीटों पर लड़ने के लिए अखिलेश करेंगे निर्णय
महाराष्ट्र में सपा ने चुनाव लड़ने के लिए मुस्लिम बहुल 12 सीटें तय की थी। हालांकि बाद में सपा पांच सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए राजी हो गई। सपा ने इसमें से पिछले चुनाव में मानखुर्द शिवाजीनगर और भिवंडी ईस्ट जीती थी। अखिलेश यादव ने पिछले दिनों धुले सिटी और मालेगांव सेंट्रल में जनसभा कर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए थे।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सपा ने जिन पांच सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं, उसमें से चार सीटों पर संयुक्त विपक्ष के महाविकास अघाड़ी ने अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। केवल एक सीट ऐसी है जिस पर महाविकास अघाड़ी ने कोई भी प्रत्याशी तय नहीं किया है। उधर, सपा ने भी अपनी घोषित पांच में से दो सीटों मानखुर्द शिवाजी नगर और धुले सिटी पर नामांकन कर दिया है।
हरियाणा की तरह कांग्रेस वाले महा विकास अघाड़ी ने अब तक सपा को अपने साथ शामिल नहीं किया है। ऐसे में सपा वहां महा विकास अघाड़ी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी या फिर हरियाणा की तरह उसे कदम पीछे हटाने पड़ेंगे, इसे लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार तक स्थिति साफ कर देंगे। उधर, सपा प्रमुख ने सोमवार को एक्स पर अपने संदेश से हरियाणा की तरह महाराष्ट्र में भी गठबंधन में बने रहने के संकेत भी दिए हैं।
महाराष्ट्र में सपा ने चुनाव लड़ने के लिए मुस्लिम बहुल 12 सीटें तय की थी। हालांकि, बाद में सपा पांच सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए राजी हो गई। सपा ने इसमें से पिछले चुनाव में मानखुर्द शिवाजीनगर और भिवंडी ईस्ट जीती थी। अखिलेश यादव ने पिछले दिनों धुले सिटी और मालेगांव सेंट्रल में जनसभा कर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए थे। धुले सिटी से शिवसेना उद्धव गुट और मालेगांव सेंट्रल से कांग्रेस ने प्रत्याशी उतार दिए हैं।
मानखुर्द शिवाजीनगर सीट से तीन बार के विधायक महाराष्ट्र सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबु आजमी के सामने शिवसेना उद्धव और भिवंडी वेस्ट सीट पर कांग्रेस का प्रत्याशी मैदान में है। भिवंडी वेस्ट को लेकर सपा मंगलवार को निर्णय लेगी। वहीं, भिवंडी ईस्ट पर सपा विधायक रईस शेख के सामने अभी महा विकास अघाड़ी ने प्रत्याशी नहीं उतारा है। सपा महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष अबु आजमी कहते हैं कि उनको राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गठबंधन को लेकर अंतिम निर्णय करने के लिए मंगलवार सुबह तक इंतजार का निर्देश दिया है।
अखिलेश ने दिए साथ रहने के संकेत
सपा प्रमुख ने विपक्ष के महाविकास अघाड़ी गठबंधन के साथ रहने के संकेत देते हुए इंटरनेट मीडिया एक्स पर लिखा कि संयुक्त विपक्ष की सकारात्मक रणनीति और परस्पर समायोजन को भाजपा की नकारात्मक राजनीति समझ ही नहीं पा रही है।संयुक्त और संगठित राजनीतिक रणनीति से भाजपा के नेतृत्ववाली ‘महायुति’ के ‘महादुखी’ काल का अंत होगा। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ एकनाथ शिंदे व अजीत पवार का नाम लिये बिना कहा कि दागी और दगा देने वाले भाजपा के संगी-साथियों को करारी शिकस्त मिलेगी।
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