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UP News: मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय से खिलाड़ी कर सकेंगे पीएचडी, महिलाओं के लिए 500 सीटें

यूपी की योगी आद‍ित्‍यनाथ सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में ख‍िलाड़‍ियों की श‍िक्षा पर भी फोकस कर रही है। मेरठ में बन रही मेजर ध्‍यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में ख‍िलाड़ी पीजी यूजी व डिप्लोमा के साथ एमफिल की भी पढ़ाई कर सकेंगे। खेल विभाग इसे विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय बनाने में जुटा है।

By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Thu, 20 Oct 2022 08:29 PM (IST)
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Major Dhyan Chand Sports University: ख‍िलाड़ी कर सकेंगे पीएचडी
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Major Dhyan Chand Sports University मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय को विश्व स्तरीय बनाया जाएगा। मेरठ के सरधना में बनाए जा रहे इस विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य की गुरुवार को अपर मुख्य सचिव, खेल नवनीत सहगल ने समीक्षा की।

मेजर ध्‍यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में ख‍िलाड़‍ियों को म‍िलेगी उच्‍च श‍िक्षा

  • लखनऊ स्थित वन विभाग के पारिजात सभागार में समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि यूपी के इस पहले खेल विश्वविद्यालय से खिलाड़ियों को पीएचडी व एमफिल कोर्स पढ़ने का भी मौका दिया जाएगा।
  • इस विश्वविद्यालय में स्नातक (यूजी), स्नातकोत्तर (पीजी) और पीजी डिप्लोमा आदि पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे। 500 सीटें महिलाओं के लिए व 500 सीटें पुरुषों के लिए आरक्षित होंगी।
  • उनके समक्ष 90 एकड़ भूमि पर बन रहे खेल विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों से संबंधित एक ले-आउट प्रस्तुत किया गया।
  • नवनीत सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुरूप इस विश्वविद्यालय की बिल्डिंग का निर्माण किया जाए।
  • यहां पारंपरिक खेल जैसे मलखंभ, खो-खो आदि खेलों के प्रोत्साहन के साथ-साथ ओलिंपिक खेल की अत्याधुनिक सुविधा दी जाए। यहां अत्याधुनिक टर्फ मैदानों के साथ-साथ स्वीमिंग पूल व साइकिलिंग ट्रैक इत्यादि भी बेहतर ढंग से बनाए जाएं।
  • विश्वविद्यालय का मुख्य स्टेडियम में 25 हजार दर्शकों की क्षमता वाला होगा। इसमें पांच हजार लोगों की क्षमता वाला एक बहुउद्देश्यीय हाल भी होगा। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि निर्माण कार्य तय मानकों पर समय पर पूरा किया जाए।

महिला मंगल दलों को स्वयं सहायता समूहों की तर्ज पर मान्यता

अपर मुख्य सचिव एवं महानिदेशक युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल नवनीत सहगल ने मंगल दलों के गठन को लेकर बैठक की। उन्होंने निर्देश दिए कि महिला मंगल दलों को स्वयं सहायता समूह की तर्ज पर मान्यता दिलाने के लिए ग्राम्य विकास विभाग को पत्र भेजा जाएगा। वहीं मंगल दलों से उनकी ग्राम पंचायत में राशन वितरण, विद्युत आपूर्ति, जलापूर्ति आदि के संबंध में गोपनीय सूचना प्राप्त की जाए। शत-प्रतिशत युवा एवं महिला मंगल दलों का गठन किया जाए।

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