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लखनऊ हादसे पर PM Modi ने व्यक्त किया शोक, मृतकों के परिजन को दो लाख व घायलों को 50 हजार सहायता राशि का एलान

लखनऊ में तीन मंजिला इमारत गिरने से हुए हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। वहीं लखनऊ में पिछले 20 घंटे से राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। डॉग स्क्वायड की मदद से दबे हुए लोगों की खोजबीन की जा रही है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 08 Sep 2024 02:58 PM (IST)
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लखनऊ हादसे पर PM Modi ने व्यक्त किया शोक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में तीन मंजिला कांपलेक्स शनिवार दोपहर भरभरा कर ढह गई। इमारत में दवा, मोबिल आयल समेत चार गोदाम थे। काम्प्लेक्स जिस समय ढही उस समय 40 से अधिक लोग काम हर रहे थे। मलबे के नीचे दबने से आठ लोगों की मौत हो गई और 28 घायलों को अस्पतालों में भर्ती हैं। कई घायलों की हालत गंभीर है।

हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। मृतकों के परिजनों ने पीएमएनआरएफ से दो लाख रुपये दिए जाएंगे। साथ ही घायलों को 50 हजार रुपये देने का पीएम मोदी ने एलान किया है।

राहत एवं बचाव कार्य जारी

बता दें ट्रांसपोर्टनगर में पिछले 20 घंटे से बचाव और राहत कार्य जारी है। मलबे में कोई दबा न उसको तलाश के लिए पुलिस ने खोजी कुत्तों को भी लगाया है। वहीं तड़के चार बजे मलबे में दबे ट्रक को काटकर निकाला जा सका है। फिलहाल मृतकों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है।

वहीं घटना के बाद से युद्व स्तर पर पुलिस प्रशासन के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और दमकल की टीमें बचाव कार्य कर रहीं हैं पिछले 17 घंटे से बचाव कार्य चल रहा है। वहीं मलबा जल्दी हटाया जा सके तो हाइड्रा मशीन भी बुलाई गई। इसके साथ डॉग स्क्वाड की मदद से मलबे में दबे लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है।

मेरा भाई अभी नहीं मिला साहब, उसे ढूंढ दो

लोकबंधु अस्पताल में मजदूर शेर बहादुर, डाक्टरों और पुलिस कर्मियों से अपने भाई जगरूप सिंह के खोजबीन करने की गुहार लगा रहे थे। शेर बहादुर ने बताया कि वह दवा फर्म में कई सालों से काम कर रहे हैं। उनका भाई जगरूप सिंह भी कुछ महीने से काम कर रहा था। घटना के समय वह दूसरे तल पर था, जबकि भाई भूतल पर। भाई का रात तक कुछ पता नहीं चला।

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