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पीएम मोदी की लोकसभा सीट… सपा ने इस चेहरे को मैदान में उतारा, अखिलेश के खास नेता को भी सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल मीरजापुर व पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह पटेल वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को नरेश उत्तम को मीरजापुर व सुरेन्द्र पटेल का वाराणसी लोकसभा सीट का प्रभारी घोषित कर दिया। दोनों ही नेताओं से अपने-अपने प्रभार वाले लोकसभा क्षेत्र में जुटने के निर्देश भी दिए गए हैं।

By Shobhit Srivastava Edited By: Shivam Yadav Updated: Wed, 31 Jan 2024 06:30 AM (IST)
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नरेश उत्तम पटेल मीरजापुर व सुरेन्द्र पटेल वाराणसी से लड़ सकते हैं चुनाव।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल मीरजापुर व पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह पटेल वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को नरेश उत्तम को मीरजापुर व सुरेन्द्र पटेल का वाराणसी लोकसभा सीट का प्रभारी घोषित कर दिया। दोनों ही नेताओं से अपने-अपने प्रभार वाले लोकसभा क्षेत्र में जुटने के निर्देश भी दिए गए हैं।

मीरजापुर लोकसभा सीट से एनडीए की सहयोगी अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल चुनाव लड़ती हैं। यहां पर 2019 के चुनाव में सपा के रामचरित्र निषाद चुनाव लड़े थे और उन्हें 3.59 लाख मत मिले थे। इस बार पार्टी यहां से एमएलसी नरेश उत्तम पटेल को मैदान में उतारना चाह रही है। नरेश उत्तम अखिलेश के बेहद खास नेताओं में शामिल हैं। 

वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से इस बार सपा पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह पटेल को मैदान में उतारने जा रही है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा ने यहां से शालिनी यादव को चुनाव लड़ाया था, उन्हें 1.95 लाख वोट मिले थे। सुरेन्द्र पटेल वाराणसी की सेवापुरी सीट से 2022 का विधानसभा चुनाव लड़े थे, वे भाजपा के नील रतन सिंह से चुनाव हार गए थे।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को प्रदेश मुख्यालय पर वाराणसी व मीरजापुर के पार्टी के नेताओं व प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर इन दोनों को प्रभारी बनाने का घोषणा की। 

उन्होंने कहा कि हर समाजवादी कार्यकर्ता और पदाधिकारी को मतदान से लेकर वोट गिनवाने तक सतर्कता बरतनी है। समय कम बचा है। बूथ स्तर तक जुटना है। इस बार दिन रात एक कर देना है और हर हालत में जीत हासिल करना है। वर्ष 2022 का परिणाम सबको निगाह में रखना चाहिए। प्रशासनिक धांधली और सत्ता के दुरुपयोग व मतदाताओं को डरा धमका कर, मतदाता सूची में गड़बड़ी करके जनता के निर्णय से खिलवाड़ किया गया। हमें हर स्तर पर सतर्क रहना है।

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