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Vikas Dubey News : विकास अब पांच लाख का इनामी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा- जो भी घटना में शामिल उसे पछतावा होगा

Vikash Dubey News आपराधिक गतिविधियों बढ़ रही संलिप्तता को देखते हुए योगी सरकार ने यूपी के मोस्टवांटेड विकास दुबे पर इनाम राशि ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी है।

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Wed, 08 Jul 2020 11:48 PM (IST)
Vikas Dubey News : विकास अब पांच लाख का इनामी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा- जो भी घटना में शामिल उसे पछतावा होगा
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सरकार ने कानपुर कांड के मोस्टवांटेड विकास दुबे को दबोचने के लिए और शिकंजा कस दिया है। कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव मे उत्तर प्रदेश पुलिस के डिप्टी एसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद फरार मुख्य आरोपित विकास दुबे पर प्रदेश सरकार ने और बड़ा इनाम घोषित कर दिया है। जांच के साथ ही विकास दुबे की बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों में बढ़ रही संलिप्तता को देखते हुए योगी सरकार ने उस पर इनाम राशि ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी है।

लखनऊ में बुधवार को एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कानपुर की घटना में जो भी शामिल हैं उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिन्होंने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें पछतावा होगा। प्रशांत कुमार ने कहा कि घटना के तत्काल बाद दो अपराधी पुलिस मठभेड़ में मारे गए और पुलिस से लूटा गया असलहा भी बरामद कर लिया गया। इसी क्रम में बुधवार सुबह हमीरपुर जिले में इस घटना के वांछित अमर दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। मारे गए अमर दुबे के पास से एक अवैध सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल मिली है।

एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि अब तक पुलिस से लूटी गई तीन पिस्टल बरामद हुई है। इनमें दो पिस्टल कल फरीदाबाद में पकड़े गए तीन आरोपितों से बरामद की गईं। एक पहले कानपुर में बरामद हुई थी। पुलिस से लूटी गई एके 47 और इंसास रायफल अब तक बरामद नहीं हुआ है। अब तक कुल आठ आरोपित पकड़े गए हैं और तीन को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। मारे गए अमर दुबे का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। एडीजी कानून व्यवस्था ने कहा कि घटना में शामिल सभी अपराधियों पर नजीर कार्रवाई होगी। कानपुर में हुई मुठभेड़ में विकास के साथी श्यामू वाजपेयी, संजीव दुबे और जहान यादव को पकड़ा गया है। इनमें श्यामू पर 50 हजार का इनाम था।

बता दें कि कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव मे उत्तर प्रदेश पुलिस के डिप्टी एसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद फरार मुख्य आरोपित विकास दुबे के खिलाफ इसी मामले में चौबेपुर थाना में क्राइम संख्या 192/2020 में केस दर्ज है। विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे निवासी विकरू थाना, चौबेपुर पर पहले 25 हजार का इनाम था, जिसको बढ़ाकर 50 हजार, 1 लाख, 2.5 लाख  और अब पांच लाख कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि मोस्ट वांटेड विकास दुबे को गिरफ्तार करवाने या सूचना देने वाले को अब पांच लाख रुपये इनाम राशि दी जाएगी। 

उत्तर प्रदेश में इससे पूर्व कुख्यात ददुआ, ठोकिया, बबुली कोल, मुन्ना बजरंगी, बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम रहा है। बीते दिनों माफिया मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वर्ष 2007 से वर्ष 2019 के बीच पुलिस दस्यु ददुआ, ठोकिया व बबुली कोल को अलग-अलग मुठभेड़ में मार चुकी है। माफिया बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह इन दिनों जेल में निरुद्ध हैं। 

यह भी जानकारी सामने आई है कि कानपुर कांड का मुख्य आरोपित विकास दुबे घटना के बाद मौरंग की ट्रक से भागा था। पुलिस को उससे जुड़ी कई नई जानकारियां मिली हैं। एसटीएफ की टीम हरियाणा और दिल्ली में उसके संभावित ठिकानों पर छापे मार रही है। पुलिस विकास के कई करीबियों से भी पूछताछ कर रही है।

यह भी पढ़ें : विकास दुबे का साथी अमर दुबे हमीरपुर में STF से मुठभेड़ में हुआ ढेर

विकास दुबे का दाहिना हाथ अमर दुबे ढेर : कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की जान लेने वाले विकास दुबे और उसके गुर्गों की तलाश मे लगी पुलिस को बुधवार सुबह विकास दुबे के दाहिना हाथ माने जाने वाले चचेरे भाई अमर दुबे को मार गिराने मे सफलता हाथ लगी। हमीरपुर के मौदाहा में पुलिस और एसटीएफ की टीम की अमर दुबे से बुधवार सुबह हुई मुठभेड़ में पुलिस ने उसे ढेर कर दिया। कानपुर में पुलिसवालों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विकास दुबे के गुर्गों में अमर दुबे सबसे करीबी था। इस हत्याकांड के वांछित अभियुक्तों के वायरल पोस्टर में अमर दुबे का नाम पहले नंबर पर था। एसटीएफ और हमीरपुर पुलिस ने बुधवार सुबह उसका एनकाउंटर कर दिया। इससे पहले मंगलवार रात फरीदाबाद में पकड़े गए विकास दुबे के करीबियों से पूछताछ में फरीदाबाद पुलिस को अहम जानकारी मिली थी, जिसके यह कार्रवाई की गई।  

फरीदाबाद में विकास के नजर आने के बाद हरियाणा पुलिस अलर्ट : उत्तर प्रदेश में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले भगोड़े गैंगस्टर के फरीदाबाद में नजर आने के बाद हरियाणा पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बुधवार सुबह अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि, स्थानीय पुलिस के छापेमारी करने से पहले ही वह भाग निकला। विकास दुबे फर्जी पहचान के जरिए बदखल चौक इलाके में स्थित एक छोटे होटल में रुका था। हरियाणा और उत्तर प्रदेश की संयुक्त टीमों ने दुबे के एक सहयोगी को हिरासत में लिया है। उसने पुष्टि की है कि दुबे होटल में उसके साथ रुका था। वहीं पुलिस को सीसीटीवी फुटेज हासिल करने में कामयाबी मिली है, जिसमें दुबे काले रंग की शर्ट, जींस और मास्क पहने होटल में नजर आ रहा है। एक और सीसीटीवी कैमरे से पता चला कि वह एक बैग रखे है और सड़क किनारे खड़ा होकर एक वाहन के आने का इंतजार कर रहा था।

होटल में खुद को बताया अंकुर : फरीदाबाद में होटल के कर्मचारियों के अनुसार, विकास ने अपनी पहचान अंकुर के रूप में कराई थी और पुलिस के होटल पहुंचने से पहले ही वह वहां से भाग गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अनुसार, जानकारी मिली है कि विकास दुबे दिल्ली और एनसीआर में आने-जाने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर रहा है। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि वह सड़क के किनारे खड़े होकर एक वाहन का इंतजार कर रहा था। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में गैंगस्टर को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई जारी है।

एलडीए ने घर का नक्शा पेश करने को कहा : विकास दुबे का मकान लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की जांच में प्रथमदृष्टया अवैध है। यहां करीब छह हजार वर्ग फीट में साल 2002 में धर्मेंद्र ग्रोवर के नाम से एक नक्शा पास किया गया था। मगर इंद्रलोक कॉलोनी में इस एक नक्शे पर चार मकान बनाए गए हैं। चारों मकानों के नंबर भी अलग-अलग हैं। इसको लेकर एलडीए ने विकास दुबे के घर पर नोटिस लगाया है। विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे को एलडीए कार्यालय में घर के नक्शे की प्रति पेश करने के लिए कहा है। एलडीए के लिए अब जांच का विषय ये है कि क्या कभी इस नक्शे के आधार पर एलडीए में सब डिवीजन कराया गया है। सब डिवीजन हुआ है तो कार्रवाई की उम्मीद कम है। अगर सब डिवीजन नहींं हुआ है तो फिर विकास दुबे के मकान के खिलाफ एक्शन लेने का रास्ता खुल जाएगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ नाराज : सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी की हत्या के मामले में पुलिस की नाकामी से सीएम योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं। गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस ने 50 से ज्यादा टीमें लगा रखी हैं, लेकिन अभी तक नतीजा शून्य है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अबतक विकास दुबे की गिरफ्तारी ना होने की वजह से नाराज हैं। सीएम की नाराजगी डीजीपी, पुलिस के आला अधिकारियों और गृह विभाग के अधिकारियों पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर चल रही छापामारी पर एक-एक अपडेट खुद ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश की पुलिस वो हर कोना तलाश रही है, जहां विकास दुबे के सुराग मिल सकते हैं। एसटीएफ ने लखनऊ स्थित विकास दुबे के घर पर भी छापा मारा और दस्तावेजों को खंगाला।

चंदौली और गाजीपुर में दबिश, पुलिस ने होटलों को खंगाला : चंदौली पुलिस ने बुधवार को कानपुर घटना के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की खोज में नगर के विभिन्न होटल, लाज, गेस्टहाउस में दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने सभी कमरों की तलाशी ली। यहां ठहरे हुए सभी लोगों की आइडी चेक की गई। पुलिस का कहना है कि नगर में लगभग 20 होटल, गेस्टहाउस व लॉज है। सभी में बाहर से आये हुए लगभग 50 लोगों की तलाशी ली गई है। पीडीडीयू जंक्शन पर गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। बिहार जाने वाली सभी ट्रेनों की निगरानी की जा रही है। आरपीएफ टीम ट्रेनों को लगातार चेक कर रही है।

एक-एक कमरे की सघन तलाशी : गाजीपुर में भी पुलिस ने नगर के आधा दर्जन से अधिक होटलों में ताबड़ताेड़ छापेमारी की। होटल का रजिस्टर खंगालने के साथ ही एक-एक कमरे की सघन तलाशी ली। पुलिस के इस औचक कार्रवाई से होटल संचालकों में खलबली मच गई। वहीं होटल में रुके लोग सहम गए। सभी को सचेत करते हुए पुलिस एक-एक कमरे सहित बाथरुम को भी चेक किया। होटल के मैनेजर को सख्त हिदायत दी गई कि अगर कोई अनजान व्यक्ति होटल में आता है तो इसकी तत्काल सूचना पुलिस को दी जाए और उसके आवश्यक कागजात भी लिए जाएं। होटल के आसपास अगर कोई संदिग्ध नजर आए तो भी पुलिस को तुरंत सूचित करें। सभी होटलों में विकास दुबे का फोटो दे दिया गया है।

विकास की तलाश में पूरे जोन में अलर्ट है पुलिस : एडीजी प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने बुधवार को प्रतापगढ़ में कहा कि कानपुर की घटना बहुत गंभीर हैl शातिर बदमाश विकास दुबे की धरपकड़ के लिए पुलिस की टीमें लगी हैं। प्रयागराज जोन में भी हर जिले को अलर्ट किया गया हैl सीमाओं पर खास निगरानी की जा रही हैl प्रतापगढ़ के थाना नगर कोतवाली, एसपी ऑफिस का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में एडीजी ने कहा कि हर थाने में टॉप टेन के अपराधियों की नए सिरे से सूची बनाई जा रही हैl बदमाशों को बाहर घूमने नहीं दिया जाएगाl

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