अयोध्या में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले में गरमाई राजनीति, भाजपा और सहयोगी दलों ने सपा को घेरा
अयोध्या में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर भाजपा ने आरोपी मोईद खान को बचाने को लेकर सपा को कठघरे में खड़ा किया है। डीएनए टेस्ट करवाने के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा व अन्य दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि कांग्रेस के मोहरा अखिलेश यादव इस मामले में न्यायालय की बात कर गुमराह न करें।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। अयोध्या में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। भाजपा व उसके सहयोगी दलों ने इस मामले में आरोपित मोईद खान को बचाने को लेकर सपा को कठघरे में खड़ा किया है। डीएनए टेस्ट करवाने के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा व अन्य दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय के बाहर मुलायम सिंह यादव का बयान याद दिलाते हुए एक होर्डिंग भी लगाई गई है, जिस पर लिखा है कि लड़के हैं गलती हो जाती है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि कांग्रेस के मोहरा अखिलेश यादव इस मामले में न्यायालय की बात कर गुमराह न करें।
उन्होंने सोशल मीडिया के प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि कांग्रेस के मोहरा अखिलेश यादव निषाद समाज की पीड़ित बेटी के मामले में (सपा के नारे) पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) को भूलकर न्यायालय की बात कर गुमराह न करें। आपको वोट बैंक के नाराज होने की चिंता है। प्रदेशवासियों को दोषी को दंड, पीड़िता को न्याय दिलाने की अपेक्षा है। सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाएगी।
वहीं, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने एक्स पर लिखा है कि आज प्रदेश में एनडीए की सरकार है। इस सरकार को बुलडोजर सरकार कहते हैं, अपराधी इस सरकार से डरते हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव की सरकार को लोग गुंडों की सरकार कहते थे। अपराधी खुले बैल की तरह घूमते थे। यदि सपा प्रमुख को सरकार की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है, तो उन्हें खुद इस विषय पर जांच कर लेनी चाहिए।
पीड़िता के इलाज की अच्छी व्यवस्था कराए सरकार: अखिलेश
अखिलेश ने एक्स पर लिखा है कि दुष्कर्म पीड़िता के इलाज के लिए सरकार अच्छी व्यवस्था करवाए। पीड़िता के जीवन रक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। उन्होंने न्यायालय से मांग की है कि मामले का स्वत: संज्ञान लेकर पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाए। बदनीयत लोगों का इस प्रकार की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी भी कामयाब नहीं होना चाहिए।वहीं, एक अन्य पोस्ट में अखिलेश ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर व्यंग्य करते हुए लिखा, स्टूल किट की किट-किट से जनता परेशान है। यह कोई काम तो करते नहीं है। इसलिए इन्हें बयान मंत्री बना दें। दिल्ली-लखनऊ के ओलंपिक में यह बेचारे गेंद की तरह हैं। दिल्ली का रैकेट इधर से लखनऊ भेजता है तो लखनऊ का रैकेट दिल्ली। यह हारे हुए हैं और कृपापात्र मंत्री हैं। यह राजनीतिज्ञ नहीं राजनीति का शिकार हैं।
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