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यूपी में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासत तेज, भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में सीएम योगी हुए शामिल; हार की समीक्षा

लोकसभा चुनाव में इस बार उत्तर प्रदेश में भाजपा को करारा झटका लगा है। उसे इस बार केवल 33 सीटें ही मिल सकी। अब एक बार फिर भाजपा पूरी तरह से यूपी में होने वाले विधानसभा उप चुनाव के लिए जीत की रणनीति बनाने जुट गई है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने कोर कमेटी के साथ उप चुनाव की तैयारियों पर मंथन किया।

By Manoj Kumar Tripathi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 07 Jul 2024 07:59 AM (IST)
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने प्रदेश महामंत्रियों व क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ बैठक कर उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत की रणनीति तय की। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में हुई बैठक में उन्होंने लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन की भी समीक्षा की। इसके बाद हुई कोर कमेटी की बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उप चुनाव की तैयारियों पर मंथन किया।

लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस बार 33 सीटों पर ही जीत मिल सकी है, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार पार्टी ने सहयोगी दलों के साथ सभी सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा था, लेकिन परिणाम उम्मीदों से विपरीत आए।

प्रदेश अध्यक्ष ने तैयार की थी 40 टीमों की टास्क फोर्स

नतीजतन प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने हार के कारणों की सही जानकारी जुटाने के लिए टास्क फोर्स की 40 टीमों का गठन किया था। एक टीम को दो लोकसभा सीटों की रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। टास्क फोर्स की टीमों ने बीते माह ही अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंप दी थी। प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी व प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने भी कई सीटों पर हार के कारणों की पड़ताल की थी।

पार्टी मुख्यालय में शनिवार को राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) ने बैठक में लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा की। उन्होंने हारी हुई सभी सीटों पर हार के कारण जाने।

बताए गए ये हार के कारण

सूत्रों के अनुसार, प्रदेश महामंत्रियों व क्षेत्रीय अध्यक्षों ने कहा कि कई सीटों पर उम्मीदवारों के विरोध के कारण हार हुई है। कुछ सीटों पर उम्मीदवारों व विधायकों में तालमेल की कमी के चलते हार हुई है। कुछ विधायक खुद लोकसभा चुनाव में टिकट के दावेदार थे, उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह पार्टी के साथ नहीं चले। इसी प्रकार कई सीटों पर कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी सामने आई है। कुछ सीटों पर भितरघात के चलते पार्टी की हार हुई है।

बैठक में विधानसभा उप चुनाव की तैयारियों पर भी मंथन किया गया। कोर कमेटी की दूसरी बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के अलावा प्रदेश अध्यक्ष तथा प्रदेश महामंत्री (संगठन) शामिल थे। करीब डेढ़ घंटा चली बैठक में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर मंथन किया गया।

इस बारे में प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि 14 जुलाई को होने वाली प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की तैयारियों के अलावा विधानसभा उप चुनाव की तैयारियों के बारे में मंथन किया गया। साथ ही लोकसभा चुनाव के परिणामों पर भी चर्चा की गई।

प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 14 को, नड्डा होंगे शामिल

बैठक में 14 जुलाई को होने वाली प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। बैठक में पहली बार मंडल अध्यक्षों को भी शामिल करने पर विचार किया गया। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे। इसलिए इसे पार्टी मुख्यालय की बजाय कानपुर रोड़ पर स्थित एक निजी स्कूल में आयोजित करने की सहमति बनी है।

अगले माह से सदस्यता अभियान चलाने पर मंथन

बैठक में इस बात पर भी मंथन किया गया कि पार्टी की तरफ से अगस्त माह से सदस्यता अभियान चलाया जाए। तय किया गया कि ज्यादा से ज्यादा सक्रिय सदस्यों को पार्टी के साथ जोड़ा जाए।

केंद्रीय मंत्रियों का सम्मान करेगी भाजपा

बैठक में तय किया गया कि उत्तर प्रदेश के जिन सांसदों को मंत्री बनाया गया है, उनका सम्मान समारोह रखा जाए। पहले इसकी तिथि छह जुलाई रखी गई थी, लेकिन राजनाथ सिंह की व्यस्तता के चलते अब यह कार्यक्रम आगे खिसका दिया गया है। उम्मीद है कि प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद मंत्रियों का सम्मान किया जाएगा।

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