President Ayodhya Visit: चार दिवसीय दौरे के बाद राष्ट्रपति रवाना, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट तक छोड़ा
LIVE President Ayodhya Visit राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की उत्तर प्रदेश की चार दिवसीय यात्रा का आज आखिरी दिन है। वह रविवार को पौराणिक रामनगरी अयोध्या की यात्रा पर हैं। वह लखनऊ से प्रेसीडेंशियल स्पेशल ट्रेन से अयोध्या पहुंचे और रामलला का दर्शन और पूजन किया।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Mon, 30 Aug 2021 06:18 AM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द चार दिवसीय दौरे के समापन पर रविवार शाम करीब 6:50 बजे चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस दौरान अमौसी एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति को विदाई दी। राष्ट्रपति गुरुवार को लखनऊ आए थे, जिसके बाद यहां शाम पांच बजे बीबीएयू के दीक्षा समारोह में शामिल हुए। अगले दिन शुक्रवार को सैनिक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। उसके बाद शाम को पीजीआइ के दीक्षा समारोह में शामिल हुए। शनिवार को लखनऊ से गोरखपुर के लिए रवाना हुए और शाम को लौटे। इसके बाद रविवार सुबह चारबाग से प्रेसीडेंसियल ट्रेन से अयोध्या पहुंचे। अयोध्या में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर पुन: शाम करीब छह बजे चारबाग लौटे। यहां से केकेसी छत्ते वाले पुल के रास्ते वीआइपी रोड होते हुए एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति को विदाई दी।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की उत्तर प्रदेश की चार दिवसीय यात्रा का आज आखिरी दिन था। रविवार को उन्होंने पौराणिक रामनगरी अयोध्या की यात्रा की। वह लखनऊ से प्रेसीडेंशियल स्पेशल ट्रेन से अयोध्या पहुंचे। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की। उनके रामनगरी में प्रथम आगमन को ऐतिहासिक बनाने की पूरी तैयारी की गई थी। अयोध्या में राष्ट्रपति का भव्य स्वागत आठ मंचों से किया गया। यह पहली बार है, जब किसी राष्ट्रपति ने रामलला के दर्शन किए। इससे पहले उन्होंने रामायण कान्क्लेव के शुभारंभ और हनुमागढ़ी में दर्शन व पूजन किया।
रामनगरी अयोध्या में यूं तो प्रति वर्ष एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु आते हैं और इनमें सामान्य जन से लेकर विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज होते हैं, पर यह दूसरी बार है, जब कोई राष्ट्रपति अयोध्या आए हैं। वर्ष 1983 में तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह भी अयोध्या आए थे, जबकि वर्तमान राष्ट्रपति की यात्रा श्रीराम और रामनगरी की अस्मिता को राष्ट्र की अस्मिता से जोड़ कर देखी जा रही है। हनुमान गढ़ी और राम मंदिर में रामलला पूजा-अर्चना करने के बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द प्रथम महिला सविता कोविन्द के साथ विशेष ट्रेन से अयोध्या से लखनऊ के लिए रवाना हुए। शाम करीब छह बजे वह लखनऊ पहुंचे। लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द को विदाई दी।
हनुमागढ़ी में दर्शन पूजन के बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द श्रीराम जन्मभूमि परिसर पहुंचे। वहां उन्होंने रामलला के दर्शन किए। वैदिक मंत्रों के बीच उन्होंने पत्नी सविता कोविन्द के साथ रामलला की आरती उतारी। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ व दोनों डिप्टी सीएम भी मौजूद रहे। रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने पूजा-अर्चना करवाई। राष्ट्रपति ने राम मंदिर का निर्माण कार्य भी देखा। राष्ट्रपति को राम मंदिर निर्माण की प्रगति से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने अवगत कराया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने विराजमान रामलला से चंद कदमों के फासले पर दक्षिण दिशा में रुद्राक्ष का पौधा रोपित किया । रुद्राक्ष औषधीय वृक्ष है और आयुर्वेद में भी उसका विशिष्ट स्थान है। एक वर्ष पूर्व पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामजन्म भूमि परिसर में पारिजात का पौधा रोपित किया था। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने कहा कि अयोध्या मानव सेवा का उत्कृष्ट केंद्र बने। शिक्षा और शोध का भी वैश्विक केंद्र बनाया जाए। उन्होंने कहा कि विश्व समुदाय और युवा पीढ़ी को रामकथा में निहित जीवन मूल्यों से जोड़ना चाहिए। रामायण में राम निवास करते हैं। वाल्मीकि जी ने कहा था जब तक पृथ्वी पर नदी और पर्वत रहेंगे रामकथा लोकप्रिय रहेगी। रामकथा के अनेक पठनीय रूप देश और विदेश में प्रचलित है। इस दौरान उन्होंने पर्यटन विभाग की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिल्यान्यास भी किया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने अयोध्या प्रभु राम की जन्म और लीला भूमि तो है ही बिना राम के इस नगरी की कल्पना करना भी असंभव है। उन्होंने कहा रामायण का प्रचार महत्वपूर्ण है। क्योंकि इसमें जीवन के निहित मूल्य मानवता के लिए हमेशा प्रासंगिक हैं। दर्शन के साथ-साथ रामायण आदर्श आचार संहिता भी प्रदान करती है जो हमारे जीवन के सभी पहलुओं का मार्गदर्शन करती है।अयोध्या में रामायण कान्क्लेव के शुभारंभ के बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रामायण एक ऐसा विलक्षण ग्रंथ है जो राम कथा के माध्यम से विश्व समुदाय के समक्ष मानव जीवन के उच्च आदर्शों और मर्यादा को प्रस्तुत करता है। मुझे विश्वास है कि रामायण के प्रचार-प्रसार के लिए यूपी सरकार का यह प्रयास पूरी मानवता के हित में बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। राष्ट्रपति ने रामायण कान्क्लेव के आयोजन और कला व संस्कृति के माध्यम से आम लोगों तक रामायण पहुंचाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम की सराहना भी की। रामायण कान्क्लेव के शुभारंभ अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम जन-जन के हैं। हमारी आस्था और रोम-रोम में राम बसे हैं और राष्ट्रपति के नाम में भी जो राम शब्द लगा है, वह भी इसी सत्य का परिचायक है। यही आस्था ही अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण के मार्ग को प्रशस्त किया है। इस दौरान लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने शानदार अंदाज में गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने जय श्रीराम का जयघोष किया। रामायण कान्क्लेव का उद्घाटन करने आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने 'वैश्विक स्तर पर अयोध्या की पारंपरिक रामलीला का मंचन' विषय पर विशेष डाक आवरण का विमोचन किया। डाक विभाग व अयोध्या शोध संस्थान ने संयुक्त रूप से इसे जारी किया है। विशेष आवरण का मूल्य 30 रुपए रखा गया है। इसकी बिक्री प्रधान डाकघर से की जाएगी। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने रामायण कान्क्लेव का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे। इस साथ ही सरयू तट पर रामायण के विभिन्न प्रसंगों व प्रतीकों की प्रदर्शनी लगी है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के अयोध्या पहुंचने पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की। महामहिम के दौरे को लेकर अयोध्या में कई नेता नजरबंद कर दिए गए । डॉक्टर गनी, मनीष पांडे, व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता उर्फ नंदू को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर दिया । राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की अगवानी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंच गए । सरयू तट पर यात्री निवास के निकट बने हेलीपैड पर सीएम योगी उतरे। प्रेसिडेंशियल ट्रेन में रेलवे बोर्ड ने लक्ष्मी सहगल के नाम से चार हजार हार्स पावर वाले इंजन का प्रयोग किया। आठ लोको पायलट ओर दो गार्ड की ड्यूटी ट्रेन में लगाई गई । इसके साथ ही रास्ते में पड़ने वाली सभी क्रासिंग कुछ देर के लिए बंद कर दी गई ।राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने अयोध्या स्थित हनुमान गढ़ी तथा राम मंदिर में दर्शन किया। pic.twitter.com/nQ7bQOxQGo
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 29, 2021