Vande Bharat Train: अयोध्या-आनंद विहार वंदे भारत की सौगात, पीएम मोदी इस दिन करेंगे लोकार्पण
वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन शुरू होते ही सुबह दिल्ली से लखनऊ आने और यहां से शाम को वापसी के लिए अब दो विकल्प हो जाएंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस का आनंद विहार से छूटने का अभी प्रस्तावित समय रेलवे बोर्ड ने सुबह 610 बजे रखा है। कानपुर के रास्ते यह इस ट्रेन के लखनऊ आने का प्रस्तावित समय दोपहर 1225 है ट्रेन का 10 मिनट का ठहराव लखनऊ में होगा।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। अयोध्या और आनंद विहार के बीच तेज रेल सफर की सौगात यात्रियों को 30 दिसंबर से मिल जाएगी। रेलवे अयोध्या-आनंद विहार वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन 30 दिसंबर से आरंभ करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को वंदे भारत एक्सप्रेस का लोकार्पण करेंगे। हालांकि, इस ट्रेन के नियमित संचालन की तिथि रेलवे बोर्ड जल्द जारी करेगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन शुरू होते ही सुबह दिल्ली से लखनऊ आने और यहां से शाम को वापसी के लिए अब दो विकल्प हो जाएंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस का आनंद विहार से छूटने का अभी प्रस्तावित समय रेलवे बोर्ड ने सुबह 6:10 बजे रखा है। कानपुर के रास्ते यह इस ट्रेन के लखनऊ आने का प्रस्तावित समय दोपहर 12:25 है, ट्रेन का 10 मिनट का ठहराव लखनऊ में होगा।
यहां से दोपहर 12:35 बजे वंदे भारत एक्सप्रेस को रवाना कर इसके दोपहर 2:35 बजे अयोध्या पहुंचने का समय अभी प्रस्तावित किया गया है। अयोध्या से वंदे भारत एक्सप्रेस को दोपहर 3:15 बजे रवाना करने के बाद इसके शाम 5:15 बजे लखनऊ आकर 5:25 बजे यहां से छूटने का समय प्रस्तावित है। वंदे भारत एक्सप्रेस के रात 11:40 बजे आनंद विहार पहुंचने का समय रेलवे बोर्ड ने बनाया है। हालांकि, इस समय सारिणी में कुछ आंशिक बदलाव भी हो सकते हैं।
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शताब्दी के लिए बनेगी चुनौती
दिल्ली से सुबह अभी लखनऊ के लिए शताब्दी एक्सप्रेस ही एक विकल्प थी। इस ट्रेन की बोगियों में आने वाली दिक्कतों के अलावा खानपान और सफाई को लेकर आए दिन शिकायतें मिल रही हैं। लीन सीजन में शताब्दी एक्सप्रेस में अक्सर दर्जनों सीट खाली रह जाती हैं। ऐसे में वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन से शताब्दी एक्सप्रेस की सेवाओं को भी सुधारना होगा। रेलवे बोर्ड के सामने लखनऊ जंक्शन-आनंद विहार एसी डबल डेकर को लेकर भी चुनौती है। सस्ता किराया होने के बावजूद इस ट्रेन में 10 से 20 प्रतिशत सीट ही आरक्षित रहती हैं।यह भी पढ़ें: Swami Prasad Maurya: 'हिंदू कोई धर्म नहीं बल्कि...', स्वामी प्रसाद के विवादित बयान पर क्या बोलीं डिंपल यादव?
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