अपनी ताकत दिखाने लखनऊ में उमड़े पीडब्ल्यूडी कर्मी
पूरे प्रदेश के विभागीय कर्मचारियों-अधिकारियों का मंगलवार से मुख्यालय पर जमावड़ा होगा। दो दिन तक चलने वाले इस धरना-प्रदर्शन में राज्यकर्मियों के कई संगठन भी शामिल होंगे।
By Ashish MishraEdited By: Updated: Tue, 06 Jun 2017 02:36 PM (IST)
लखनऊ (जेएनएन)। लोक निर्माण विभाग को निगम बनाए जाने की कवायद के खिलाफ पूरे प्रदेश के विभागीय कर्मचारियों-अधिकारियों का मंगलवार से मुख्यालय पर जमावड़ा होगा। दो दिन तक चलने वाले इस धरना-प्रदर्शन में राज्यकर्मियों के कई संगठन भी शामिल होंगे। कर्मचारियों का मानना है कि सरकार साजिशन ऐसा कर रही है। निगम बनाए जाने से न सिर्फ इस विभाग का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, बल्कि कर्मचारियों की सेवा शर्तों पर भी गंभीर असर पड़ेगा।
इस मुद्दे पर अपनी एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए लोक निर्माण विभाग के सभी संगठनों ने अधिकारी-कर्मचारी महासंघ का गठन किया है। सोमवार को संघर्ष समिति के चेयरमैन एचएन पांडेय, उपाध्यक्ष हरि किशोर तिवारी, त्रिलोक सिंह, रामराज दुबे व अन्य पदाधिकारियों ने आंदोलन की तैयारियों की समीक्षा की। मीडिया प्रभारी मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि धरने के लिए हजारों कर्मचारी सोमवार को ही राजधानी पहुंच चुके हैं।दो दिन तक चलने वाले इस धरने के बाद 28 जून को राजधानी में ही प्रदेशव्यापी रैली होगी और सरकार ने अपने कदम वापस लेने की स्पष्ट घोषणा नहीं की तो हड़ताल की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस आंदोलन को संग्रह राज्य कर्मचारी महासंघ (अजय सिंह), अमीन संघ उत्तर प्रदेश, मातृ शिशु कल्याण उप्र और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ड्राइंग स्टाफ एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया है। महाधरने और आंदोलन का समर्थन किया है।
यह हैं विरोध के कारण
-निगम बना तो पीडब्ल्यूडी के वर्तमान स्वरूप पर असर
-कर्मचारियों पर निगमों की सेवा नियमावली लागू होने का अंदेशा
-निर्माण में विलंब के आरोपों से पीडब्ल्यूडी की साख पर असर
-आगे चलकर अन्य विभागों का भी हो सकता है निगमीकरण
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