Rain In UP: यूपी में भारी बारिश और बाढ़ का कहर जारी, जिंदगियों पर मौत बन गिरी बिजली; अबतक 23 की गई जान
Rain in UP यूपी में भारी बारिश बाढ़ और आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में 23 लोगों की मौत हो गई। शारदा घाघरा और सरयू खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बलरामपुर में पांच लोग पानी में बह गए। इनमें एक की मौत हो गई चार लापता हैं।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Tue, 11 Oct 2022 07:51 AM (IST)
Rain in UP: लखनऊ, जेएनएन। अतिवर्षा और बाढ़, इस दोहरी आफत से उत्तर प्रदेश के जिलों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। रविवार से शुरू वर्षा कई जिलों में सोमवार को भी जारी रही। भारी वर्षा से कई जगहों पर पानी भर गया। कानपुर-लखनऊ हाईवे की सर्विस लेन धंस गई। गरजते-बरसते बादलों के बीच कड़कती बिजली 10 जिंदगियों पर मौत बनकर गिरी। उधर, विभिन्न जिलों में कच्चे मकान, छत व दीवार ढहने से 13 लोगों की मौत हो गई। दूसरी ओर, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सीतापुर और गोरखपुर में बाढ़ से हालात भयावह हैं। लखीमपुर में पलिया निघासन और गोला में भी कई गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं।
कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर
शारदा, घाघरा और सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बलरामपुर में पांच लोग पानी में बह गए। इनमें एक महिला की मौत हो गई, चार लापता हैं। बलरामपुर के कौआपुर-गैंजहवा रेल मार्ग पानी में डूब जाने के कारण पूर्वोत्तर रेलवे ने गोंडा-बलरामपुर मार्ग की ट्रेनों का संचालन स्थगित कर दिया गया है। गोरखपुर में सरयू, राप्ती, गोर्रा व रोहिन नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गोरखपुर से गोंडा वाया बढ़नी होकर लखनऊ जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों को खलीलाबाद होते हुए चलाया जा रहा है। सिद्धार्थनगर, बस्ती व महाराजगंज में भी नदियों का यही हाल है।
17 जिलों के 944 गांव बाढ़ से प्रभावित
उत्तर प्रदेश में हो रही अत्यधिक वर्षा से बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रदेश के 17 जिलों के 944 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ के कारण इन जिलों की 8.43 लाख जनसंख्या प्रभावित है। राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार गंगा नदी बदायूं, शारदा नदी लखीमपुर खीरी, सरयू बबई नदी बहराइच, घाघरा नदी बाराबंकी, अयोध्या व बलिया, राप्ती नदी श्रावस्ती, बलरामपुर व गोरखपुर, बूढ़ी राप्ती सिद्धार्थनगर, रोहिन नदी महाराजगंज और क्वानो गोंडा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।मुख्यमंत्री ने दिए राहत पहुंचाने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अत्यधिक वर्षा से प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी खुद क्षेत्र का भ्रमण कर आपदा से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाएं। जनहानि तथा पशुहानि के प्रकरणों में पीड़ितों को अविलंब अनुमन्य सहायता राशि प्रदान की जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन की टीम सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाए। उनके रहने और भोजन की समुचित व्यवस्था करे। जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में पंप लगाकर जलभराव की समस्या को तत्काल दूर करें। मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों के संचालन के लिए राजस्व, पुलिस, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, नगर विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पशुपालन सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं।
झांसी में 7 किसानों की बिजली गिरने से मौत
झांसी में अलग-अलग क्षेत्रों में खेतों पर काम कर रहे सात किसानों की बिजली गिरने से मौत हो गई। बांदा और अंबडेकरनगर में भी बिजली गिरने से दो महिलाओं समेत दो लोगों की मौत हो गई। कानपुर के बिठूर, बिधनू के साथ ही कन्नौज और फतेहपुर जिले में छत ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई। कानपुर देहात में कच्चे मकान पर बिजली गिर गई और दीवार गिरने से दबकर युवती की मौत हो गई।इन जिलों में भी हुए हादसे
उन्नाव जिले के सोहरामऊ के पटकापुर मजरा हसनापुर दीवार गिरने से चारपाई पर सो रही महिला की मलबे में दबकर मौत गई। हरदोई में छत गिरने से 85 वर्षीय वृद्धा की मौत हो गई। वर्षा के बीच पीलीभीत में बरेली रोड पर ईको सवारी वाहन पर पेड़ गिरने से एक मजदूर की मृत्यु हो गई। बदायूं में कच्चा मकान गिरने से किसान की मौत हो गई। महराजगंज में अमृत सरोवर में अचानक मिट्टी धंसने से बालिकाओं सहित तीन बच्चे डूब गए, जिनमें दो बच्चियों की मौत हो गई।
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