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'स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता सुनिश्चित करे नियामक आयोग', ब्लैक लिस्ट कंपनियों द्वारा मीटर लगाए जाने पर उठे सवाल

उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने गोवा में दो मीटर निर्माता कंपनियों को ब्लैक लिस्ट किए जाने के बाद राज्य में लगाए जा रहे स्मार्ट प्रीपेड मीटर की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। परिषद ने विद्युत नियामक आयोग से हस्तक्षेप कर मीटर की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की मांग की है। बता दें इस कंपनी ने 10 प्रतिशत की जगह तीन प्रतिशत ही बैंक गारंटी ली है।

By Ajay Jaiswal Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sat, 07 Sep 2024 10:13 AM (IST)
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ब्लैक लिस्ट कंपनियों द्वारा मीटर लगाए जाने पर उठा सवाल

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। गोवा में ब्लैक लिस्ट दो मीटर निर्माता कंपनियों के प्रदेश में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने पर उठ रहे सवालों के बीच उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने विद्युत नियामक आयोग का दरवाजा खटखटाया है।

परिषद अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने आयोग के अध्यक्ष अरविन्द कुमार को ब्लैक लिस्ट कंपनियों के आदेश सौंपते राज्य में लगाए जाने वाले स्मार्ट मीटर के मामले में हस्तक्षेप कर गुणवत्ता सुनिश्चित करने की मांग की है।

तीन प्रतिशत ही ली बैंक गारंटी

वर्मा ने कहा कि पांच से सात हजार करोड़ रुपये के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का आर्डर लेने वाली मीटर निर्माता कंपनियों से 10 प्रतिशत बैंक गारंटी के बजाय तीन प्रतिशत ही गारंटी ली गई है। ऐसे में 3.45 करोड़ उपभोक्ताओं के यहां लगने वाले मीटर के घटिया निकलने पर कौन जिम्मेदार होगा।

परिषद अध्यक्ष ने यह भी कहा है कि भारत सरकार की गाइडलाइन है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अंदर लगने वाले कंपोनेंट में 70 प्रतिशत भारतीय होने चाहिए लेकिन लगाए जाने वाले मीटर में 50 प्रतिशत कंपोनेंट चीन के बने हैं। वर्मा का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारी- अभियंता मीटर निर्माता कंपनियां के प्रति नरम रुख दिख रहा है।

आठ लाख रुपये का बिजली केबल चोरी

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के सकरौर गांव से बिजली लाइन बिछाने के लिए ठेकेदार के घर रखा बिजली केबल चोरी हो गई। इसकी कीमत आठ लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस को तहरीर दी गई है।

सकरौर गांव के रहने वाले कुलदीप उर्फ पिंकू सिंह ने कहा कि वह बिजली विभाग में खंभा पर बिजली लाइन बिछाने का कार्य करते हैं। उनके घर के पास बिजली का केबल रखा था। चोर 31अगस्त को पांच क्विंटल व चार सितंबर को सात क्विंटल केबल चुरा ले गए। कुलदीप सिंह ने चोरी गए केबल की कीमत आठ लाख रुपये है। कहा कि 31 अगस्त को चोरी की तहरीर पुलिस चौकी पसका पर दिया था।

चौकी प्रभारी ने जांच की, लेकिन कोई कार्रवाई न होने से चार सितंबर को दोबारा चोर केबल चुरा ले गए। थानाध्यक्ष दिनेश सिंह ने कहा कि तहरीर मिली है।

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