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राष्ट्रवाद के मंत्र संग विधानसभा चुनाव के लिए जुटा आरएसएस

भाजपा को प्रदेश के चुनावी समर में विजय दिलाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भी अपने वृहद नेटवर्क के साथ मैदान में डट गया है।

By Nawal MishraEdited By: Updated: Tue, 03 Jan 2017 08:13 PM (IST)
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इलाहाबाद (जेएनएन)। भाजपा को प्रदेश के चुनावी समर में विजय दिलाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भी अपने वृहद नेटवर्क के साथ मैदान में डट गया है। संघ ने विधानसभा स्तर पर प्रभारी नियुक्त करने के साथ ही उन्हें बैठकें करके स्वयंसेवकों को सक्रिय करने की हिदायत दी है।

संघ इस चुनाव में अपने स्वयंसेवकों को राष्ट्रवाद का मंत्र दे रहा है। उन्हें समझाया जा रहा है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने से राष्ट्रवादी शक्तियां मजबूत होंगी। योजना को अमली जामा पहनाने के लिए संघ ने विधानसभा स्तर पर तैयारियां की हैं। विधानसभावार विधानसभा प्रभारियों की नियुक्ति कर दी गई है। दो दिन पहले विभाग स्तर पर हुई बैठक में जिला प्रचारकों और विधानसभा प्रभारियों को अपनी सक्रियता बढ़ाने और गांव-गांव बैठकें कराने के निर्देश दिए गए।

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माना जा रहा है कि संघ की इस सक्रियता के चलते अब शाखाओं में स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ती नजर आएगी, साथ ही मिलन केंद्र भी ज्यादा सक्रिय किए जाएंगे। संघ अपनी इसी टीम के जरिए टिकट के दावेदारों का आकलन भी कर रहा है। दावेदारों की रिपोर्ट महामंत्री संगठन के जरिए भाजपा नेतृत्व को दी जाएगी। यह रिपोर्ट प्रत्याशियों के चयन में सबसे अहम भूमिका निभा सकती है। स्वयंसेवकों के आकलन पर तैयार इस रिपोर्ट को काफी हद तक निष्पक्ष माना जाता है। आगामी योजनाएं क्या होंगी, फिलहाल संघ का कोई भी वरिष्ठ पदाधिकारी कुछ कहने के लिए तैयार नहीं है।

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