'भूखे पेट होत न भजन गोपाला...', अखिलेश यादव ने बजट को लेकर साधा निशाना; बोले- 90 प्रतिशत PDA के लिए कुछ नहीं
प्रदेश सरकार के बजट को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केवल 10 प्रतिशत संपन्न लोगों का बजट बताया है। उन्होंने कहा कि पीडीए के 90 प्रतिशत लोगों के बजट का पैसा 10 प्रतिशत के लिए है। इस बजट से अमीरी और गरीबी के बीच असमानता बढ़ेगी। यह भी कहा कि बजट में मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना के नाम से एक विशेष योजना दिखी।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। प्रदेश सरकार के बजट को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केवल 10 प्रतिशत संपन्न लोगों का बजट बताया है। उन्होंने कहा कि पीडीए के 90 प्रतिशत लोगों के बजट का पैसा 10 प्रतिशत के लिए है। इस बजट से अमीरी और गरीबी के बीच असमानता बढ़ेगी।
अखिलेश यादव ने बजट को प्रभु श्रीराम को समर्पित कहने के वित्त मंत्री के बयान पर ' भूखे पेट होत न भजन गोपाला ' कहकर इसे दिशाहीन और निराशाजनक बताया। यह भी कहा कि बजट में मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना के नाम से एक विशेष योजना दिखी। इस योजना को सांड़ खेत सुरक्षा योजना कहना चाहिए।
अखिलेश ने बजट को लेकर सरकार पर साधा निशाना
अखिलेश यादव ने कहा कि बजट में बेरोजगारी दूर करने के लिए कुछ नहीं किया गया। प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश बना रहा है और निवेश गुजरात चला जाता है। आज पुलिस भर्ती में ही 60 लाख युवाओं ने आवेदन किया है। यूपी में अगर निवेश आ रहा होता तो इजरायल में युद्ध के बीच परिवार छोड़कर वहां काम करने जाने के लिए लोग मजबूरी में वहां न जा रहे होते ।अग्निवीर योजना लाकर सरकार ने पीडीए नौजवानों के सेना में शामिल होने का मौका छीना है। सरकार अपराध के आंकड़ों को छिपा रही है। सबसे ज्यादा पीड़ित और दुखी 90 प्रतिशत पीडीए ही है, जिसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।यह सरकार शिलान्यास का शिलान्यास और उद्घाटन का उद्घाटन करती है। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि दिल्ली और यूपी वाले मिलकर बड़े-बड़े सपने दिखा रहे हैं। कोई पांच ट्रिलियन तो कोई एक ट्रिलियन डालर इकोनोमी की बात कर रहा है।
सच्चाई यह है कि किसान अभी भी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। दिल्ली की 10 साल और यूपी की सात साल की सरकार हिसाब दे। एमएसपी, सरकारी खरीद पर सरकार चुप है। इज आफ डूइंग बिजनेस आज इज आफ क्राइम, करप्शन और इज आफ चीटिंग बन गया है।हीरो फ्यूूचर एनर्जी की बात बजट में की गई। इसका मतलब न समझाना पड़े, इसके लिए शायरी कहकर आगे बढ़ते गए। लखनऊ में ही कार्यवाहक निदेशक के हवाले बड़े-बड़े अस्पताल हैं। लोहिया अस्पताल, पीजीआइ और केजीएमयू जैसे सबसे अधिक ओपीडी वाले अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा बेहतर करने के कोई इंतजाम नहीं किए गए।
अखिलेश ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम उत्तर प्रदेश में होता है। अटल जी के नाम पर बनने वाली मेडिकल यूनिवर्सिटी आज भी पूरी नहीं हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर लिंक वर्ष 2022 में बनकर तैयार हो जाना चाहिए था। सरकार 91 किमी. लिंक रोड के लिए छह हजार करोड़ रुपए सरकार खर्च कर रही है।इसे भी पढ़ें: ज्ञानवापी के बंद तलगृहों के सर्वे की मांग का प्रार्थना पत्र दाखिल, ASI सर्वेक्षण की रिपोर्ट भी की गई पेश
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