पहले मुसलमान उसके बाद हिन्दुस्तानी : माविया अली
कांग्रेस से पाला बदलने के बाद सत्ता पर काबिज रही समाजवादी पार्टी से सहारनपुर के देवबंद से चुनाव लड़े माविया अली ने कहा है कि मैं पहले मुसलमान हूं फिर हिन्दुस्तानी।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Wed, 16 Aug 2017 11:10 AM (IST)
लखनऊ (जेएनएन)। सहारनपुर के देवबंद से कांग्रेस के विधायक रहे समाजवादी पार्टी के नेता माविया अली विधानसभा का चुनाव हारने के बाद बौखलाए हैं। अब वह पहले अपने को मुसलमान और फिर बाद में हिन्दुस्तानी मानते हैं। उनका विरोध स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान न गाने का है।
कांग्रेस से पाला बदलने के बाद सत्ता पर काबिज रही समाजवादी पार्टी से सहारनपुर के देवबंद से चुनाव लड़े माविया अली ने कहा है कि मैं पहले मुसलमान हूं फिर हिन्दुस्तानी। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने के बाद स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राज्य के सभी मदरसों में ध्वजारोहण और राष्ट्रगान कर उसकी वीडियोग्राफी कराने के आदेश ने देशभक्ति पर एक कई बहस छेड़ दी है।कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) जहां इसका विरोध कर रही हैं, वहीं भाजपा इसे सही ठहराने की पूरी कोशिश कर रही है। समाजवादी पार्टी के नेता माविया अली ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इस कदम को धर्म से देशभक्ति से जोडऩे वाला बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। माविया अली ने ट्वीट कर कहा कि वह पहले मुसलमान हैं फिर हिंदुस्तानी। दुनिया में कहीं भी मुसलमान हो वो पहले मुसलमान है फिर किसी देश का नागरिक।
Pehle musalman hain phir Hindustani, duniya mein kahin bhi musalman ho pehle musalman hai phir kisi desh ka naagrik: Maviya Ali,SP pic.twitter.com/s9F8EPWU1d
— ANI UP (@ANINewsUP) August 14, 2017
समाजवादी पार्टी के नेता माविया अली ने कहा है कि जिस देश में एक करोड़ मुसलमान हैं वह भी चुपचाप नहीं बैठते यहां तो हम 20 करोड़ हैं। उन्होंने कहा कि जिस बात से इस्लाम का हो टकराव, हमें मंजूर नहीं। सपा नेता ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि हम एक हिंदुस्तानी दूसरे नंबर पर हैं, पहले हम मुसलमान हैं। किसी भी चीज से इस्लाम का टकराव होता है, या फिर किसी भी कानून से इस्लाम का टकराव होता है तो उस कानून को मानने को हम तैयार नहीं हैं।यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश के साथ भारत को विकसित तथा समृद्ध करना है : योगी आदित्यनाथ
माविया अली ने कहा कि लोग कहते हैं हम इस देश के अंदर वफादार की हैसियत से रहें, लेकिन मेरा कहना है कि हम देश के अंदर मालिक की हैसियत से हैं। इस देश के कुत्ते नहीं हैं, वफादार तो कुत्ते और नौकर होते हैं। हम इस देश के मालिक हैं, जितना अधिकार इस देश के अंदर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का है उतना ही अधिकार इस देश के अंदर माविया अली का भी है। मालिक अपने घर की रक्षा कैसे करता है वह हम जानते हैं वफादारी का लांछन लगाना गलत है। वफादार होना नौकरों की फितरत में होता है।यह भी पढ़ें: मेरठ व बरेली में काजी का फरमान, बिना राष्ट्रगान के स्वतंत्रता दिवस मनाएंउन्होंने कहा कि सऊदी अरब, ईरान या फिर इंडोनेशिया या फिर कोई अन्य देश हो वहां मुसलमानों के लिए देश से पहले इस्लाम ही है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने छह साल पहले भी कहा था कि मैं पहले मुसलमान हूं और बाद में भारतीय हूं। आज भी मैं इस पर कायम हूं। माविया ने योगी सरकार की ओर से मदरसों में वंदे मातरम गाने और उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग करने के आदेश के विरोध किया है।यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री ने गोंडा में तीन अफसरों को किया निलंबित, सात को चेतावनीमाविया अली 2016 के उप चुनाव में देवबंद से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। बाद में 2017 में कांग्रेस को अलविदा कह वह सपा में चले गये। वह इस बार यहां से चुनाव हार गए। इससे पहले भी माविया अली अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चाओं में रहे हैं।
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