Samuhik Vivah: शादीशुदा लोग भी उठा रहे फायदा, सामूहिक विवाह योजना में धांधली… रोकने के लिए सरकार अपनाएगी नया फार्मूला
सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रदेश सरकार इस योजना में गड़बड़ियां रोकने के लिए सत्यापन को और पुख्ता बनाने जा रही है। उच्च स्तर के अधिकारियों को भी सत्यापन के लिए जिम्मेदारी दी जाए इसके लिए नियमावली में जरूरी संशोधन किया जाएगा। दरअसल बलिया में पिछले दिनों हुए सामूहिक विवाह में ऐसे लाभार्थियों को भी शामिल किया गया जिनका विवाह पहले ही हो चुका था।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बलिया में सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रदेश सरकार इस योजना में गड़बड़ियां रोकने के लिए सत्यापन को और पुख्ता बनाने जा रही है।
उच्च स्तर के अधिकारियों को भी सत्यापन के लिए जिम्मेदारी दी जाए, इसके लिए नियमावली में जरूरी संशोधन किया जाएगा।
जानिए क्या है मामला
दरअसल, बलिया में पिछले दिनों हुए सामूहिक विवाह में ऐसे लाभार्थियों को भी शामिल किया गया, जिनका विवाह पहले ही हो चुका था। एक लाभार्थी की तो शादी ही तय नहीं हुई थी। इस मामले में एफआईआर के साथ ही संबंधित अधिकारी को निलंबित किया जा चुका है।अभी जो नियमावली है उसमें सत्यापन की जिम्मेदारी खंड स्तर के अधिकारियों की है। प्रदेश सरकार अब खंड स्तर से सत्यापन होने के बाद उनमें से एक निश्चित प्रतिशत का फिर से सत्यापन जिला समाज कल्याण अधिकारी और उप निदेशक समाज कल्याण से भी कराने पर विचार किया जा रहा है। समाज कल्याण निदेशालय स्तर के अधिकारियों को भी कुछ रैंडम सत्यापन की जिम्मेदारी दी जाएगी। नियमावली में ऐसे बिंदु शामिल किए गए हैं जिससे गड़बड़ियों को हर हाल में रोका जा सके।
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