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पर्चा लीक कराकर अभ्यर्थियों को रट्टा लगवाते पकड़े गए थे विधायक बेदी राम, STF ने 15 साथि‍यों के साथ क‍िया था ग‍िरफ्तार

सुभासपा के विधायक बेदी राम को एसटीएफ ने 26 फरवरी 2006 को लखनऊ के कृष्णानगर से गिरफ्तार किया था। व‍िधायक के साथ 15 साथी और धरे गए थे। तत्कालीन एसएसपी एसटीएफ एसके भगत ने इसका प्रेस नोट भी जारी करवाया था। प्रेस नोट में बेदी राम को गिरोह का सरगना बताया गया था। रविवार रात वह प्रेस नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

By Jagran News Edited By: Vinay Saxena Updated: Mon, 01 Jul 2024 07:54 AM (IST)
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बेदी राम को एसटीएफ ने 26 फरवरी 2006 को लखनऊ के कृष्णानगर से क‍िया था गिरफ्तार।- फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक बेदी राम को एसटीएफ ने 15 साथियों के साथ 26 फरवरी 2006 को कृष्णानगर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के समय बेदी राम अपने गिरोह के सदस्य मोहम्मद असलम के मकान में साथियों के साथ रेलवे समूह ‘घ’ की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कराने के बाद अभ्यर्थियों से उत्तर हल करवा रहा था।

तत्कालीन एसएसपी एसटीएफ एसके भगत ने इसका प्रेस नोट भी जारी करवाया था। प्रेस नोट में बेदी राम को गिरोह का सरगना बताया गया था। रविवार रात वह प्रेस नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद लोगों ने बेदीराम पर तरह-तरह के कमेंट किए।

प्रश्न पत्र में म‍िले थे 150 प्रश्न  

असलम के घर पर छापा मारने की वाली टीम में तत्कालीन एएसपी विजय भूषण व राजेश पाण्डेय के साथ डिप्टी एसपी जय प्रकाश थे। टीम ने असलम के घर से बरामद प्रश्नपत्र के प्रारूप का रेलवे मंडल रेलवे प्रबंधक लखनऊ के यहां से मिले प्रश्नपत्र से मिलान कराया था, जिसमें 150 प्रश्न मिले थे। परीक्षा में 16 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

ल‍िए थे एक से डेढ़ लाख रुपए

लखनऊ में परीक्षा 21 केंद्रों पर होनी थी। गिरोह के सरगना बेदी राम ने बताया था कि अभ्यर्थियों से प्रश्नपत्र हल कराने के लिए उसने एक से डेढ़ लाख रुपये लिए थे। बेदी राम के साथ संजय श्रीवास्तव, मनोज कुमार मौर्या, कृष्ण कुमार, शैलेश कुमार सिंह, राम कृपाल, विपुल दुबे, भद्रमणि त्रिपाठी, आनंद कुमार सिंह, कृष्णकांत, धर्मेंद्र कुमार, रमेश चंद्र पटेल, मो. असलम, अवधेश, सुनील कुमार व अख्तर हुसैन को गिरफ्तार किया गया था।

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