अतिवृष्टि व आकाशीय बिजली से 24 घंटे में सात मौतें, मुख्यमंत्री ने दिए चार-चार लाख रुपये सहायता देने के निर्देश
UP News - उत्तर प्रदेश में अतिवृष्टि और आकाशीय बिजली से 7 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की राहत राशि देने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ से 17 लोगों की मौत हुई है और 3056 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश में अतिवृष्टि और आकाशीय बिजली से हुई मौतों पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने साथ ही आपदाओं में घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं। राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, 24 घंटे में प्रदेश में अतिवृष्टि से छह और आकाशीय बिजली से एक मौत हुई है।
अतिवृष्टि से कन्नौज, मथुरा, इटावा, बुलंदशहर, अमरोहा एवं गाजियाबाद में एक-एक और श्रावस्ती में आकाशीय बिजली से एक मौत हुई है। राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से बताया गया कि बदायूं में गंगा नदी कछला ब्रिज पर और धौलपुर में चंबल नदी खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।
फर्रुखाबाद के 11, गोंडा के एक, बलिया के दो, लखीमपुर खीरी के पांच, बाराबंकी के एक, जालौन के चार, सीतापुर, गौतमबुद्धनगर व देवरिया का एक-एक, बांदा के चार और पीलीभीत के पांच गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।
फर्रुखाबाद में पीएसी की एक टीम, गोंडा में एसडीआरएफ व पीएसी की एक-एक लखीमपुर खीरी में एनडीआरएफ की दो व एसडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीमें तैनात हैं।
इसी तरह, बाराबंकी में पीएसी की एक, जालौन में एसडीआरएफ की एक, सीतापुर में पीएसी की एक, बांदा में पीएसी की एक और पीलीभीत में एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की गई हैं। बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 17 लोगों की मौत हुई है। अब तक 3056 मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।