अखिलेश के बाद अब मुलायम के विरोध में शिवपाल, बोले-नेताजी चाह लेते तो जेल से रिहा हो जाते आजम खां
Shivpal Singh Yadav Met Azam Khan In Jail शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को सीतापुर जेल में बंद पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां से भेंट की। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सीतापुर जिला कारागार में आजम खां से करीब 45 मिनट तक वार्ता की।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Sat, 23 Apr 2022 07:23 AM (IST)
सीतापुर, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल चुके शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को सीतापुर जेल में बंद पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां से भेंट की। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सीतापुर जिला कारागार में आजम खां से करीब 45 मिनट तक वार्ता की।
इटावा के जवसंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने अपने साथ ही पार्टी की स्थापना करने वाले आजम खां से करीब पौन घंटे की मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इस समय विधानसभा में आजम भाई से वरिष्ठ कोई भी विधायक नहीं है और समाजवादी पार्टी उनके लिए संघर्ष करते नहीं दिख रही है। शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव के साथ पहली बार मुलायम सिंह यादव पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नेताजी और अखिलेश यादव चाहते तो आजम खां जेल से बाहर होते। नेताजी ने कुछ नहीं किया, लोकसभा में भी मामला नहीं उठाया। वह चाहते तो धरना कर सकते थे।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि यह बात तो पूरा देश जानता है कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बहुत सम्मान करते हैं। अगर आजम खां की जेल से रिहाई के लिए नेताजी की अगुवाई में समाजवादी पार्टी के नेता धरने पर भी बैठ जाते तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो नेताजी की बात को जरूर सुनते। समाजवादी पार्टी के लोगों को यह बात रखनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य और वरिष्ठ नेता होने के बावजूद भी आजम खां की मदद नहीं हो पा रही। उन पर छोटे और झूठे मुकदमे लगाए गए। अब सिर्फ एक मुकदमा बचा है। छह महीने पहले बहस भी हो चुकी है, लेकिन समाजवादी पार्टी की तरफ से मदद नहीं हो पा रही है। हम तो आजम भाई के साथ हैं और वह हमारे साथ हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा में आजम खां से वरिष्ठ सदस्य कोई नहीं है। वो लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं लेकिन समाजवादी पार्टी आजम भाई की मदद करती हुई या संघर्ष करती हुई नहीं दिख रही है, यह तो बड़े ही दुर्भाग्य की बात है। सपा के अन्य मुस्लिम नेताओं की बदले रुख और जयंत चौधरी के आजम खान के परिजनों से मुलाकात के बाद शिवपाल यादव की आजम से मुलाकात काफी अहम है। उन्होंने इस मुलाकात के बाद भविष्य में नए राजनीतिक समीकरणों की सुगबुगाहट शुरू कर दी है। शिवपाल यादव ने साफ कहा है कि आजम साहब बड़े नेता है।
भाजपा में जाने के सवाल पर साधी चुप्पी : भाजपा में जाने या फिर नया मोर्चा बनाने के सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने कुछ देर के लिए चुप्पी साध ली। इसके बाद कहा कि ऐसा तो कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले उन्हें जेल से बाहर आने दो। उचित समय आएगा तो आपको सब पता लग जाएगा। उन्होंने कहा कि आप सबको ज्यादा जल्दी है। इसके साथ ही अखिलेश यादव पर सवाल करने पर भी उन्होंने यही कहा कि सपा को संघर्ष करना चाहिए थी। आंदोलन, संघर्ष ही सपा की पहचान भी थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।