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कानपुर-वाराणसी समेत इन 12 बस अड्डों पर बनेंगे शॉपिंग मॉल-पार्किंग, खास सुविधाओं से होगा लैस

UP News उत्तर प्रदेश सरकार ने 12 बस स्टेशनों के कायाकल्प की तैयारी शुरू कर दी है। कानपुर बरेली वाराणसी कैंट आगरा ईदगाह आगरा ट्रांसपोर्ट नगर बुलंदशहर गढ़ मुक्तेश्वर समेत कुल 12 बस स्टेशनों के कायाकल्प की तैयारी की जा रही है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के अनुसार पीपीपी मॉडल पर बनाये जाने के लिए 26 बिड प्राप्त हुई हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 10 Jul 2024 09:08 AM (IST)
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कानपुर बस स्टेशन की फाइल फोटो (जागरण)

जागरण संवाददाता, लखनऊ। कानपुर, बरेली व गोरखपुर सहित 12 बस स्टेशनों के कायाकल्प की तैयारी है। सभी बस स्टेशनों में शॉपिंग मॉल व पार्किंग सहित अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके पहले राजधानी के गोमती नगर सहित 11 बस स्टेशनों को लेटर आफ इंटेंट जारी किया जा चुका है।

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि 12 बस स्टेशनों को निजी सार्वजनिक जन सहभागिता (पीपीपी) मॉडल पर बनाये जाने के लिए 26 बिड प्राप्त हुई हैं।

11 बस स्टेशनों को जारी किया गया लेटर ऑफ इंटेंट

मंगलवार को अपर मुख्य सचिव परिवहन की अध्यक्षता में इनकी तकनीकी जांच होगी। इस प्रक्रिया में सही मिलने के बाद पीपीपी पर देने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी। मंत्री ने बताया कि पीपीपी माडल पर बस स्टेशनों को निर्मित कराए जाने की प्रथम चरण की कार्रवाई में 23 बस स्टेशनों को चिह्नित किया गया था। अब तक 11 बस स्टेशनों को लेटर आफ इंटेंट जारी किये जा चुके हैं।

इन अत्याधुनिक बस स्टेशन में शापिंग माल, पार्किंग, वातानुकूलित प्रतीक्षालय, सेंसर युक्त शौचालय जैसी सुविधाएं मिलेंगी।

उन्होंने बताया कि परिवहन निगम यात्रियों को आरामदायक यात्रा कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

इन बस स्टेशनों पर मिलेंगी सुविधाएं

आगरा ईदगाह, आगरा ट्रांसपोर्ट नगर, बरेली, बुलंदशहर, गढ़ मुक्तेश्वर, गोरखपुर, कानपुर सेंट्रल, मथुरा ओल्ड, मीरजापुर, रसूलाबाद, साहिबाबाद और वाराणसी कैंट।

झकरकटी में नीचे होगा बस स्टेशन, ऊपर शापिंग माल

लंबे समय से लंबित झकरकटी बस अड्डे के कायाकल्प की तैयारी तेज हो गई है। पीपीपी माडल पर यहां नीचे बस स्टेशन और उसके ऊपर शापिंग माल बनाने की तैयारी है। पार्किग, वातानुकूलित प्रतीक्षालय, सेंसरयुक्त शौचालय की भी सुविधा मिलेगी। यह बस अड्डा 30 हजार वर्ग मीटर में था। कुछ हिस्सा मेट्रो में चला गया है।

फिर भी इसकी गिनती प्रदेश के तीन बड़े क्षेत्रफल वाले बस स्टेशनों में होती है। पिछले साल इन्वेस्टर्स मीट में बस अड्डे को पीपीपी माडल पर कायाकल्प के लिए प्रेजेंटेशन दिया गया था। इसके लिए कुछ कंपनियां आगे आई हैं।

राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार ने बताया कि बस अड्डे को पीपीपी माडल पर देने के लिए मुख्यालय स्तर से निविदा की प्रक्रिया चल रही है।

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