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Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी की छह और बेनामी संपत्तियां जल्द होंगी जब्त, IT करीबियों से भी कर सकता है पूछताछ

Mukhtar Ansariमाफिया मुख्तार अंसारी पर आयकर विभाग का भी शिकंजा कसता जा रहा है। आयकर विभाग ने बेनामी संपत्तियों के मामले में बांदा जेल में मुख्तार अंसारी से लगभग घंटे पूछताछ की और उसके बयान दर्ज किए गए। सूत्रों का कहना है कि मुख्यार की 125 करोड़ रुपये की 23 बेनामी संपत्तियां जांच के दायरे में हैं। वहीं छह बेनामी संपत्तियों को जल्द जब्त करने की तैयारी है।

By Prabhapunj MishraEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Sat, 22 Jul 2023 07:40 AM (IST)
Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी की छह और बेनामी संपत्तियां जल्द होंगी जब्त, IT करीबियों से भी कर सकता है पूछताछ
Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी की छह और बेनामी संपत्तियां जल्द होंगी जब्त

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। आयकर विभाग माफिया मुख्तार अंसारी की छह बेनामी संपत्तियों को जल्द जब्त करने की तैयारी में है। सूत्रों का कहना है कि गाजीपुर व लखनऊ स्थित इन बेनामी संपत्तियों के बारे में ठोस जानकारी जुटाई गई हैं। इन संपत्तियों को खरीदने में मुख्तार अंसारी के करीबी रियल एस्टेट कारोबारी गणेश दत्त मिश्रा की अहम भूमिका रही है।

आयकर विभाग मुख्तार के कुछ करीबियों से जल्द पूछताछ भी कर सकता है। आयकर ने जून माह में मुख्तार के करीबी गाजीपुर निवासी गणेश दत्त से लंबी पूछताछ की थी। सामने आया था कि मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां अंसारी ने गणेश दत्त को काफी रकम नकद दी थी, जिसका उसने रियल एस्टेट में निवेश किया था।

इसके अलावा मुख्तार की कंपनी विकास कंस्ट्रक्शन के माध्यम से भी रियल एस्टेट में निवेश हुआ था। आयकर विभाग ने ऐसे कई बिंदुओं पर पड़ताल के लिए अफ्शां अंसारी काे नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था, पर वह सामने नहीं आईं। वहीं आयकर विभाग की एक टीम ने गुरुवार को बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी से लंबी पूछताछ की थी।

बेनामी संपत्तियों के मामले में उसकेे बयान दर्ज किए गए थे। मुख्तार की 125 करोड़ रुपये की 23 बेनामी संपत्तियां जांच के दायरे में हैं। आयकर पूर्व में मुख्तार की गाजीपुर स्थित बेनामी संपत्तियां जब्त कर चुका है। ईडी भी मुख्तार के विरुद्ध मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच कर रहा है।

मुख्तार के कुनबे की कई बेनामी संपत्तियों को लेकर जांच के दायरे में उसके करीबी ठेकेदार व बिल्डर भी हैं। अपराध की काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों के मामले में कई फर्मों व बैंक खातों की भी जांच चल रही है।