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UP Politics: बुलडोजर बाबा के एक्शन पर यूपी में राजनीति, अखिलेश बोले- शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों को दी जा रही सजा

UP Politics सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि ये कहां का इंसाफ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख्त प्रतिक्रिया हुई वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जांच पड़ताल बुलडोजर से सजा दी जा कही है।

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Sun, 12 Jun 2022 08:21 PM (IST)
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UP Latest News: हिंसा करने वालों पर पुलिस और प्रसाशन की इस कार्रवाई के बाद राजनीति शुरू।
UP Latest News: लखनऊ, जेएनएन। जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को प्रयागराज के पुराने इलाके अटाला में आगजनी और पथराव की घटना के मास्टर माइंड जावेद अहमद उर्फ पंप के करेली स्थिति घर पूरी तरह ढहा दिया गया है। पुलिस और प्रसाशन की इस कार्रवाई के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के रष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वाले के खिलाफ बिना जांच के बुलडोजर से सजा दी जा रही है।

जुमे की नमाज के बाद कई शहरों में मुस्लिम वर्ग के असामाजिक तत्वों ने जमकर उत्पात मचाया। आगजनी, पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं। पुलिस कर्मी घायल हुए। उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बवालियों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जा रही है। वहीं, प्रदर्शनकारियों के समर्थन में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कार्रवाई पर प्रश्न खड़े करते हुए कहा है कि जुमे का प्रदर्शन शांतिपूर्ण था।

भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान को धार्मिक भावनाएं आहत करने वाला बताते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने तीन जून को कानपुर में प्रदर्शन किया। इसके बाद जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज, सहारनपुर सहित कई शहरों में बवाल काटा। हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस एक्शन में आई और तब से कार्रवाई जारी है। अभियुक्तों को चिन्हित कर उनके अवैध निर्माण तोड़े जा रहे हैं। साथ ही जेल भेजा जा रहा है।

ऐसी ही बुलडोजर की एक कार्रवाई की तस्वीर अपने ट्विटर एकाउंट पर साझा करते हुए रविवार को अखिलेश यादव ने लिखा- ये कहां का इंसाफ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख्त प्रतिक्रिया हुई, वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जांच-पड़ताल बुलडोजर से सजा दी जा रही है। इसकी अनुमति न हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान।' एक दूसरे ट्वीट में अखिलेश ने लिखा- 'अब अजायब-घर में ले जाकर रख दो 'इंसाफ की तराजू' को और कर दो ऐलान, हुक्मरानों ने ही ले लिया है कानून हाथों में।'

पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा के बयान के बाद देशभर में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। कई स्थानों पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुई हैं। यूपी के भी कई जिलों में पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं। अब यूपी सरकार इन प्रदर्शनकारियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस की कार्रवाई पर विपक्ष के नेता अब सवाल खड़े कर रहे हैं। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पुलिस का कार्रवाई का एक वीडियो शेयर करते हुए प्रदेश सरकार और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया है।

अखिलेश यादव ने जो वीडियो शेयर किया है उसमे देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी थाने के भीतर लोगों को लाठी से पिटाई कर रहा है। वीडियो को शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा 'उठने चाहिए ऐसी हवालात पर सवालात, नहीं तो इंसाफ खो देगा अपना इकबाल।' उन्होंने आगे लिखा, 'यूपी हिरासत में मौतों के मामले में नंबर- 1, यूपी मानवाधिकार हनन में अव्वल, यूपी दलित उत्पीड़न में सबसे आगे। इससे पहले एक ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा था, वक्त रहते हुए ही उठाए कदम, भर देते हैं गहरे से गहरे जख्म।

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