सपा ने झांसी की मतदाता सूची में गिना दी गड़बड़ियां, लगाए ये आरोप; क्या चुनाव आयोग लेगा एक्शन?
Lok Sabha Election News समाजवादी पार्टी ने झांसी लोकसभा सीट में मतदाताओं के नाम एक से अधिक बार दर्ज होने की शिकायत की है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में सपा ने कहा है कि झांसी की बबीना व मऊरानीपुर विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर बूथों में अंतिम मतदाता सूची में कई मतदाताओं के नाम एक से अधिक बार दर्ज हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने झांसी लोकसभा सीट में मतदाताओं के नाम एक से अधिक बार दर्ज होने की शिकायत की है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में सपा ने कहा है कि झांसी की बबीना व मऊरानीपुर विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर बूथों में अंतिम मतदाता सूची में कई मतदाताओं के नाम एक से अधिक बार दर्ज हैं।
पार्टी का आरोप है कि यहां के भाग संख्या 45 में 28 मतदाताओं का नाम एक से अधिक बार दर्ज है। भाग संख्या सात में पांच मतदाताओं का नाम एक से अधिक बार दर्ज है। सपा ने इसकी जांच कराने व दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के सचिव केके श्रीवास्तव, डा. हरिश्चन्द्र यादव व राधेश्याम सिंह शामिल थे।
सपा के छह प्रत्याशियों में पांच दलित व एक जाट
लखनऊ : समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को लोकसभा के छह और प्रत्याशी घोषित कर दिए। सपा ने भदोही लोकसभा सीट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए छोड़ दी है। छह प्रत्याशियों में पांच दलित व एक जाट को टिकट दिया गया है। सपा ने नगीना लोकसभा सीट पर भी अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है, पहले इस सीट पर भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद को टिकट देने की चर्चा हो रही थी।सपा के अब तक कुल 36 प्रत्याशी घोषित हो गए हैं। सपा इससे पहले तीन सूचियों में 30 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। शुक्रवार को छह और प्रत्याशी घोषित हो गए हैं। मेरठ, बिजनौर, नगीना, हाथरस और लालगंज से दलित प्रत्याशी उतारा है। अलीगढ़ से जाट उम्मीदवार पर पार्टी ने भरोसा जताया है। खास बात यह है कि सपा ने मेरठ व बिजनौर सामान्य सीट पर भी दलित प्रत्याशी उतारकर अपनी 'पीडीए' (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) रणनीति को धार दी है।
सपा ने बिजनौर से पूर्व सांसद यशवीर सिंह को मैदान में उतारा है। वर्ष 2009 में वे नगीना लोकसभा सीट से सपा के सांसद रह चुके हैं। नगीना से पूर्व जज मनोज कुमार को टिकट दिया गया है। अलीगढ़ से तीन बार के विधायक व पूर्व सांसद चौधरी बिजेंद्र सिंह पर भरोसा जताया है। चर्चित जाट चेहरे के रूप में पहचान रखने वाले बिजेंद्र 2004 में कांग्रेस से यहां के सांसद बने थे।
इगलास से तीन बार विधायक रह चुके ब्रिजेंद्र वर्ष 2020 में कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुए थे। मेरठ लोकसभा सीट पर अखिलेश ने पुराने चेहरों को छोड़कर सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया है। दलित बिरादरी से आने वाले भानु प्रताप चुनावों में ईवीएम हटाओ अभियान चलाया था। पार्टी ने हाथरस से जसवीर वाल्मीकि और लालगंज से दो बार के सांसद दरोगा प्रसाद सरोज को टिकट दिया है।
दरोगा 1998 व 2004 में इसी सीट से सांसद रह चुके हैं। सपा ने भदोही लोकसभा सीट तृणमूल कांग्रेस के लिए छोड़ दी है। चर्चा है कि इस सीट से कांग्रेस से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए नेता ललितेश पति त्रिपाठी को पार्टी चुनाव लड़ा सकती है। पिछले दिनों उन्होंने अखिलेश से मुलाकात भी की थी।सपा ने अपने कोटे की 63 सीटों में से तृणमूल कांग्रेस को यह सीट दी है। अब सपा को 26 और सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित करने हैं। इसके अलावा संभल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का भी निधन हो चुका है, सपा इनका टिकट पहली सूची में 30 जनवरी को ही घोषित कर चुकी थी। अब इनके स्थान पर परिवार के ही किसी सदस्य को टिकट दिए जाने की चर्चा है।
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