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Rajya Sabha Election: सपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए घोषित किए उम्मीदवार, जया बच्चन समेत इन नामों पर लगी मोहर

समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हैं। पार्टी लगातार पांचवीं बार जया बच्चन को राज्यसभा भेजने जा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन व अवकाश प्राप्त मुख्य सचिव आलोक रंजन को भी राज्यसभा का प्रत्याशी चुना गया है। सपा ने राज्यसभा में पीडीए के लिए मुलायम के करीबी व कद्दावर दलित नेता रामजी लाल सुमन पर भरोसा जताया है।

By Shobhit Srivastava Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 12 Feb 2024 09:01 PM (IST)
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सपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए घोषित किए उम्मीदवार, जया बच्चन समेत इन नामों पर लगी मोहर
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हैं। पार्टी लगातार पांचवीं बार जया बच्चन को राज्यसभा भेजने जा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन व अवकाश प्राप्त मुख्य सचिव आलोक रंजन को भी राज्यसभा का प्रत्याशी चुना गया है।

सपा ने राज्यसभा में 'पीडीए' (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के लिए मुलायम के करीबी व कद्दावर दलित नेता रामजी लाल सुमन पर भरोसा जताया है। यहां पर प्रो. रामगोपाल यादव व जावेद अली खान पहले से पिछड़े व अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

इन नामों पर लगी मुहर

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में राज्यसभा प्रत्याशियों के नाम तय करने के लिए विधायकों की बैठक बुलाई थी। इसमें जया बच्चन, रामजी लाल सुमन व आलोक रंजन के नाम पर मुहर लग गई। मंगलवार को सपा के तीनों ही प्रत्याशी नामांकन करेंगे। राज्यसभा सीट के लिए 37 विधायकों के वोट चाहिए।

सपा के वर्तमान में 108 विधायक हैं, उसे तीन सीटों पर जीत के लिए 111 विधायकों की जरूरत है। चूंकि विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए में सपा भी शामिल है ऐसे में उसे कांग्रेस के दो विधायकों का समर्थन मिल जाएगा। उसे सिर्फ एक वोट की और जरूरत पड़ेगी। पार्टी का दावा है कि उसके पास तीन प्रत्याशी जिताने के लिए पर्याप्त बहुमत है।

मुलायम के करीबी थे रामजी लाल सुमन 

चार बार के सांसद रहे रामजी लाल सुमन पहली बार 1977 में लोकसभा पहुंचे थे। चंद्रशेखर के करीबी रहे सुमन को 1990 में श्रम एवं कल्याण राज्य मंत्री बनाया गया था। वर्ष 1993 में सपा के गठन के बाद से लगातार मुलायम के भरोसेमंद बने रहे। अखिलेश ने भी उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया हुआ है।

आलोक रंजन अखिलेश यादव की सरकार में मुख्य सचिव रह चुके हैं। करीब दो वर्ष तक मुख्य सचिव की कुर्सी संभालने के बाद वे जुलाई 2016 में रिटायर हुए थे। मुख्य सचिव पद से हटने के बाद अखिलेश ने उन्हें मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार और उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया था। वहीं, जया बच्चन मशहूर फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन की पत्नी हैं। पार्टी वर्ष 2004 से लगातार उन्हें राज्यसभा भेज रही है।

तीनों सीटें जीतने पर पांच हो जाएगी राज्यसभा में संख्या

राज्यसभा में इस समय सपा के तीन सदस्य हैं। इनमें जया बच्चन, प्रो. रामगोपाल यादव व जावेद अली खान शामिल हैं। दो अप्रैल को जया बच्चन का कार्यकाल खत्म हो रहा है, इसलिए पार्टी उन्हें फिर से राज्यसभा भेज रही है। अगर सपा के तीनों प्रत्याशी जीत जाते हैं तो राज्यसभा में इनकी कुल संख्या पांच हो जाएगी।

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