Sports College: उत्तर प्रदेश के तीनों स्पोर्ट्स कालेजों में 15 नवम्बर तक हर भरी जाएंगी सभी 244 खाली सीट
UP Sports Colleges उत्तर प्रदेश में लखनऊ में गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कालेज में कक्षा नौ से तथा गोरखपुर और इटावा के सैफई के स्पोर्ट्स कालेज में कक्षा छह से बच्चों की भर्ती की जाती है। तीनों स्पोर्ट्स कालेजों में कुल मिलाकर 1225 सीटें है जिनमें से 244 रिक्त हैं।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Tue, 20 Sep 2022 06:15 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के किसी भी स्पोर्ट्स कालेज में अब एक भी सीट खाली नहीं रहेगी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण काल के बाद से अभी तक स्पोर्ट्स कालेज का सत्र पटरी पर नहीं आ पाया है। खेल विभाग अब इसको पटरी पर लाने में लगा है। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव खेल डा. नवनीत सहगल ने सोमवार को सभी स्पोर्टस् कालजों में अधूरे निर्माण कार्य का जायया लेने के बाद मंगलवार को इसमें खाली पड़ी सभी सीटों को भरने का मोर्चा संभाला है।
उत्तर प्रदेश में लखनऊ में गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कालेज में कक्षा नौ से तथा गोरखपुर और इटावा के सैफई के स्पोर्ट्स कालेज में कक्षा छह से बच्चों की भर्ती की जाती है। जिला, मंडल तथा राज्य स्तर पर खेल के ट्रायल के बाद नियमानुसार टेस्ट लेकर बच्चों को दाखिला दिया जाता है। नवनीत सहगल ने सभी प्रधानाचार्य को गोविन्द सिंह स्पोर्ट्स कालेज, लखनऊ, बीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज, गोरखपुर तथा मेजर ध्यान चंद स्पोर्ट्स कालेज सैफई, इटावा तीनों स्पोर्टस् कालेजों में रिक्त त सीटों को आगामी 15 नवम्बर तक हर हाल में भरने के लिए सख्त निर्देश दिए है। उन्होंने कहा स्पोर्ट्स कालेजों में कक्षा छह से लेकर नौ तक की कक्षाओं के लिए नियमानुसार टेस्ट लेकर बच्चों को दाखिला दिया जाय। उन्होंने कहा 15 नवम्बर के पश्चात तीनों में से जिस भी स्पोर्ट्स कालेज में रिक्तियां मिलेंगी, वहां के प्रधानाचार्य के विरूद्ध सख्त कार्रवाई होगी।
नवनीत सहगल ने बापू भवन में अपने कार्यालय में बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि गुरू गोविन्द सिंह स्पोर्ट्स कालेज, लखनऊ, बीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज, गोरखपुर तथा मेजर ध्यान चंद स्पोर्ट्स कालेज सैफई, इटावा तीनों स्पोर्ट्स कालेजों में कुल मिलाकर 1225 सीटें है, जिनमें से 244 रिक्त हैं। वर्ष 2020-21 व 2021-22 में कोरोना महामारी के कारण स्पोर्ट्स कालेजों में प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं हुई। इस वजह से तीनों कालेजों में काफी सीटें खाली रह गयी है। कक्षा-छह में एडमीशन कम होने से आगे की कक्षाओं में भी विद्यार्थियों की संख्या में कमी है। इसी कारण यह निर्णय लिया गया है कि कक्षा-छह से लेकर नौ तक रिक्त सीटों पर टेस्ट लेकर बच्चों को दाखिला दिया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अधिक बच्चे खेलों से जुड़े और उनकी शिक्षा प्रभावित भी न हो इसके लिए स्पोर्ट्स हास्टल की स्थापना कराई गई। उत्तर प्रदेश से बेहतरीन खिलाड़ी निकलें और प्रदेश का नाम दुनिया में रोशन करें। इस दिशा में राज्य सरकार पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है। इसके बावजूद भी स्पोटर््स कालेज में सीटें खाली रह जाना स्पोर्ट्स कालेजों के प्रधानचार्य की लापरवाही है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि स्पोर्ट्स कालेजों में बच्चों को खेल किट के साथ ही साथ कापी-किताब आदि एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध करा दिया जाये।
कालेजों में चिकित्सक की उपलब्ध कराएंतीनों स्पोर्ट्स कालेज में चिकित्सक की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए नियमित रूप से बच्चों का मेडिकल चेकअप भी कराया जाये।इतनी सीट खाली अपर मुख्य सचिव ने बताया कि गुरू गोविन्द सिंह स्पोर्ट्स कालेज, लखनऊ में 345 सीट हैं। जिसमें एथलेटिक्स की छह, क्रिकेट की आठ, फुटबाल की चार, वालीबाल की एक तथा बैडमिंटन की 19 यानी कुछ 38 सीटें खाली हैं। इसी प्रकार बीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज, गोरखपुर में 390 स्वीकृत सीट में से वालीबाल बालक की 17, वालीबाल बालिका की 11, जिम्नास्टिक बालक/बालिका की दो, कुश्ती बालक/बालिका की चार, हॉकी की दो, जूडो बालिका की 16 तथा बैडमिण्टन बालिका की 31 यानी कुल 83 सीटें खाली है। इसके अलावा मेजर ध्यान चंद स्पोर्ट्स कालेज सैफई, इटावा की स्वीकृत 490 सीट में से 123 सीटें खाली है। इसमें क्रिकेट की 28, एथलेटिक की चार, हाकी की दो, फुटबाल की 25, कुश्ती की एक कबड्डी की 28, तैराकी की 14 तथा बैडमिंटन की 21 सीटें खाली हैं।
अपर मुख्य सचिव ने अभियान चलाकर तीनों कालेजों में सभी सीटें भरने के निर्देश दिए हैं। इस बैठक में निदेशक, खेल डा. आरपी सिंह, उप निदेशक खेल तथा प्रधानाचार्य गुरु गोविंद सिंह स्पोटर््स कालेज मुद्रिका पाठक के साथ प्रधानाचार्य वीर बहादुर सिंह स्पोटर््स कालेज आरपी सिंह भी थे। मुद्रिका पाठक के पास सैफई के कालेज के प्रधानाचार्य का भी चार्ज है।
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