सपा का भी जम्मू-कश्मीर के नतीजों से टूटा सपना, हरियाणा के चुनाव मैदान में उतरी ही नहीं थी पार्टी
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। अखिलेश यादव की पार्टी 20 सीटों पर चुनाव लड़ी लेकिन कुल मतों का महज 0.14% हासिल कर सकी। यह परिणाम अखिलेश के राष्ट्रीय दर्जा दिलाने के सपने को धूमिल करता दिखाई दे रहा है। पार्टी का मत प्रतिशत 2014 के चुनाव से थोड़ा बढ़ा लेकिन 2008 के मुकाबले काफी कम रहा।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजों से सपा मुखिया अखिलेश यादव का पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने का सपना टूटता दिखाई दे रहा है। हाल ही के लोकसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित अखिलेश दूसरे राज्यों में भी पार्टी का खाता खोलना चाहते हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर में पार्टी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकी। हरियाणा के चुनाव मैदान में तो पार्टी ने अबकी प्रत्याशी ही नहीं उतारे।
जम्मू-कश्मीर में सपा का खाता खोलने के लिए अखिलेश ने वहां की 20 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। सपा जिन सीटों पर चुनाव लड़ी, उन पर उसे लगभग 8,300 वोट मिले जोकि कुल मतों का 0.14 प्रतिशत है।
वर्ष 2014 के चुनाव में कश्मीर की सात विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाली सपा को 4,985 वोट मिले थे जोकि 0.10 प्रतिशत था। सपा ने वर्ष 2008 में 36 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 24,194 वोटों के साथ 0.61 प्रतिशत वोट मिले थे।
सपा को अबकी सबसे ज्यादा 1,695 वोट बांदीपोरा सीट पर मिले हैं। वहीं, वगूरा क्रीरी में सपा को 366 तो जनता दल यूनाइटेड को 2,587, पट्टन में सपा को 326 व आरएलडी को 644, रफीयाबाद में सपा को 396, जबकि उससे ज्यादा आरएलडी को 549 वोट मिले हैं।
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