यूपी में जहरीली शराब के कारोबार पर सख्ती बेअसर, बेलगाम माफिया धड़ल्ले से चला रहे धंधा
उत्तर प्रदेश में अवैध शराब का कारोबार खत्म करने और मिलावटी शराब की बिक्री रोकने के लिए आबकारी विभाग प्रदेशभर में विशेष सतर्कता अभियान चला रहा है। इसके बाद भी अलग-अलग जिलों में मिलावटी शराब पीने से लोगों के दम तोड़ने की खबरें आ रही हैं।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Sat, 29 May 2021 01:45 AM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में अवैध शराब का कारोबार खत्म करने और मिलावटी शराब की बिक्री रोकने के लिए आबकारी विभाग प्रदेशभर में विशेष सतर्कता अभियान चला रहा है। इसके बाद भी अलग-अलग जिलों में मिलावटी शराब पीने से लोगों के दम तोड़ने की खबरें आ रही हैं। शुक्रवार को अलीगढ़ में मिलावटी शराब पीने के कारण बड़ी घटना हो गई। वहां देसी शराब पीने से छह गांवों के 27 लोगों की जान चली गई है, जबकि 10 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर है। सरकारी ठेकों से खरीदी शराब पीने के बाद गुरुवार रात से ही शुरू हुआ मौत का सिलसिला शुक्रवार तक जारी था। घटना के बाद जागे अफसरों ने निलंबन की कार्रवाई भी की है।
शासन-प्रशासन के लाख दावों के बावजूद जहरीली देसी शराब के धंधे पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। आबकारी विभाग घटना के बाद कार्रवाई के नाम पर कुछ कर्मचारियों को निलंबित कर देता है। कुछ दिनों बाद वे बहाल भी हो जाते हैं। इससे घटनाओं पर अंकुश नहीं लग रहा है। प्रदेश में अवैध शराब के धंधे के पीछे अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा कार्य में शिथिलता बरतना प्रमुख कारण बताया जाता है। पूर्व में ऐसी ही एक घटना के बाद पिछले कुछ महीने में एक संयुक्त आबकारी आयुक्त, उप आबाकारी आयुक्त जिला आबकारी अधिकारी को हटाकर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की है, जबकि एक जिला आबकारी अधिकारी सहित दर्जनभर आबकारी निरीक्षक, सिपाही निलंबित किए गए। लेकिन, जांच के बाद इसमें आधे से अधिक पुन: बहाल कर दिए गए हैं।
अलीगढ़ के पांच गांवों में छाया मातम : अलीगढ़ के लोधा, खैर व जवां क्षेत्र के लोगों ने गुरुवार शाम अलग-अलग ठेकों से देसी शराब खरीदी थी। देर शाम सेवन किया। लोधा के गांव करसुआ के सुनील को रात करीब नौ बजे उल्टियां होने लगीं। हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। कुछ देर बाद ही गांव के कुछ अन्य लोगों को उल्टियां शुरू हो गईं। आंखों की रोशनी जाने की शिकायतें आने लगीं। सुबह तक पांच लोगों के मरने की खबर आ गई, इनमें गैस प्लांट के दो ट्रक ड्राइवर भी शामिल हैं। सुबह अन्य गांवों में भी मौत का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर तक गांव रायट, अंडला व जवां में तीन-तीन, जबकि हैबतपुर, फतेह नगरिया, सूजापुर, नंदपुर पला में एक-एक मौत हो गई। कुछ शवों का बिना पोस्टमार्टम के ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। ग्रामीणों का दावा 22 से अधिक मौत का है।
हर दोषी के खिलाफ सख्त होगी कार्रवाई : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आबकारी व गृह विभाग के अफसरों को तलब कर दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) व संपत्ति जब्त कर नीलामी की कार्रवाई के आदेश दिए हैं। दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलाम होगी और उससे मृतकों के स्वजन को मुआवज़ा दिया जाएगा। प्रथमदृष्टया जांच में मिलावटी शराब बनाकर सरकारी दुकान से बेचने का मामला सामने आया है, इसमें सरकारी ठेकेदार भी लिप्त है। शासन स्तर से जिला आबकारी अधिकारी सहित पांच को निलंबित किया गया है।
जब्त होगी माफिया की संपत्ति : अलीगढ़ शराब कांड में आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने सख्त कार्रवाई की है। विभागीय अधिकारियों के निलंबन के बाद थानाध्यक्ष, सीओ और एसडीएम के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को संस्तुति की है। उनका कहना है कि विभागीय जांच शुरू करा दी गई है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने और माफिया की संपत्ति जब्त करने के भी आदेश दिए हैं। मंत्री ने दूरभाष पर 'जागरण' को बताया कि घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट मांगी गई है। अन्य जिलों में भी अवैध शराब कारोबार और तस्करी रोकने के लिए कार्रवाई की जा रही है। सभी जगह कानूनी कार्रवाई के साथ संपत्ति जब्तीकरण करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन ने की 15 मौत की पुष्टि : अलीगढ़ के एसएसपी ने 18 लोगों के मरने की पुष्टि की है, जबकि डीएम चंद्रभूषण सिंह ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। चार ठेके सील किए गए हैं। चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। जांच होने तक जिले में देसी शराब की सभी दुकानें बंद करा दी गई हैं। 15 दिन में एडीएम प्रशासन रिपोर्ट देंगे। पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है, चार लोगों को हिरासत में लिया है। दोषियों पर एनएसए लगाया जाएगा, अधिकतम सजा दिलाई जाएगी। एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि मरने वालों ने गुड इवनिंग ब्रांड की शराब पी थी। तीन गांव में यह घटना हुई हैं। इस मामले में मुख्य आरोपित अनिल चौधरी सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। ऋषि शर्मा व विपिन यादव की तलाश की जा रही है। इन पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। अभी तक की जांच में पता चला है कि आरोपित गिरोह चलाकर मिलावटी शराब बेच रहे थे।
अलीगढ़ की घटना के बाग ये निलंबित
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- 1. अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा
- 2. आबकारी निरीक्षक क्षेत्र -तीन राजेश कुमार यादव
- 3. प्रधान आबकारी सिपाही क्षेत्र -तीन अशोक कुमार
- 4. आबकारी निरीक्षक क्षेत्र चार चंद्रप्रकाश यादव
- 5. आबकारी सिपाही क्षेत्र चार रामराज राना
- आठ जनवरी : बुलंदशहर में मिलावटी शराब पीने से कई लोगों की मृत्यु हुई। इसमें मेरठ जोन के संयुक्त आबकारी आयुक्त, उप आबकारी आयुक्त मेरठ, जिला आबकारी अधिकारी को हटाकर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई, जबकि सिकंदरा क्षेत्र में तैनात प्रधान आबकारी सिपाही व दो आबकारी सिपाही निलंबित किए गए।
- पांच मार्च : प्रतापगढ़ के संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत मजरा रामपुर डाबी में मिलावटी शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई। इसमें जिला आबकारी अधिकारी, आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-3 कुंडा व आबकारी सिपाही निलंबित किए गए।
- 17 मार्च : प्रयागराज के हंडिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत सराय मंसूर गांव में मिलावटी शराब पीने से कई लोगों की मृत्यु हो गई। इसमें आबकारी निरीक्षक, प्रधान आबकारी सिपाही व आबकारी सिपाही निलंबित किए गए थे।
- 11 मई : आंबेडकरनगर के जैतपुर थाना क्षेत्र के गांव शिवपाल व मखदूमपुर में मिलावटी शराब पीने से तीन लोगों की मृत्यु होने पर आबकारी निरीक्षक, प्रधान आबकारी सिपाही व दो सिपाही निलंबित हुए थे।