Lucknow University: विश्वविद्यालय परिसर में धरने पर बैठे छात्र, काशी विश्वनाथ मंदिर पर विवादित बयान देने वाले शिक्षक को हटाने की मांग
काशी विश्वनाथ मंदिर पर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में आए लखनऊ विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. रवि कांत के खिलाफ दर्जनों छात्र उनके खिलाफ निष्कासन की मांग को लेकर गेट नंबर एक के पास धरने पर बैठ गए हैं।
By Vrinda SrivastavaEdited By: Updated: Thu, 19 May 2022 12:54 PM (IST)
लखनऊ, जागरण संवाददाता। काशी विश्वनाथ मंदिर पर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में आए लखनऊ विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. रवि कांत के खिलाफ विरोध कम होता नहीं दिख रहा है। बुधवार को एक छात्र नेता के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी। इसके बाद अब गुरुवार को सुबह 11 बजे से दर्जनों छात्र उनके खिलाफ निष्कासन की मांग को लेकर गेट नंबर एक के पास धरने पर बैठ गए हैं। फिलहाल छात्र शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे हैं। मौके पर पुलिस बल भी तैनात है।
सरस्वती प्रतिमा के पास धरने पर बैठै छात्रों का आरोप है कि हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर आए दिन अपनी कक्षा में भी छात्रों को जातिगत तरीके से बांटने तथा धार्मिक भावनाओं को भड़काने का प्रयास करते रहते हैं। बीते दिनों उन्होंने एक डिबेट में काशी विश्वनाथ मंदिर पर अमर्यादित बयान जारी कर दिया था। अक्सर वह सोशल मीडिया पर भी ऐसा काम करते रहते हैं। विरोध कर रहे छात्रों ने प्रशासन से शिक्षक के निष्कासन की मांग की है। छात्र जल्द ही कुलपति को ज्ञापन देने भी जाने वाले हैं। छात्रों के धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। इस मामले में विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर प्रोफेसर राकेश द्विवेदी का कहना है कि छात्र शिक्षक का अब तक निष्कासन न होने से नाराज हैं। इसी मांग को लेकर वह धरने पर बैठे हैं।
लगातार हो रहा विरोध : 10 मई को शिक्षक का वीडियो वायरल होने के बाद से छात्रों का लगातार विरोध जारी है। बुधवार को इसी के चलते समाजवादी छात्र सभा के इकाई अध्यक्ष रहे एमए संस्कृत के छात्र कार्तिक पांडेय पर शिक्षक के साथ मापरीट का आरोप लगा है। शिक्षक ने छात्र के खिलाफ कार्रवाइ के लिए पुलिस को तहरीर दी है। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
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