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Teachers Day 2022: राज्य अध्यापक पुरस्कार 2021 के लिए शिक्षक एवं श‍िक्ष‍िकाएं चयनित, पांच सितंबर को मिलेगा सम्मान

Teachers Day 2022 उत्‍तर प्रदेश सरकार की ओर से द‍िए जाने वाले राज्य अध्यापक पुरस्कार 2021 की सूची जारी कर दी गई है। मुख्‍य सच‍िव दीपक कुमार ने इसकी जानकारी दी है। चयन‍ित सभी श‍िक्षक एवं श‍िक्ष‍िकाओं को पांच स‍ितंंबरको सम्‍मान‍ित क‍िया जाएगा।

By Prabhapunj MishraEdited By: Updated: Sat, 03 Sep 2022 09:37 AM (IST)
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State Teacher Award 2021 राज्य अध्यापक पुरस्कार 2021 के लिए हुआ शिक्षक एवं श‍िक्ष‍िकाओं का चयन

लखनऊ, जेएनएन। State Teacher Award 2021 श‍िक्षक द‍िवस यानी पांच स‍ितंबर को श‍िक्षक एवंं श‍िक्ष‍िकाओं  को द‍िए जाने वाले राज्य अध्यापक पुरस्कार 2021 की घोषणा कर दी गई है। इसमें पूरे प्रदेश के 75 श‍िक्षक एवं श‍िक्ष‍िकाओं का चयन हुआ है।

इसकी सूची भी जारी कर दी गई है। प्राथम‍िक एवं उच्‍च प्राथम‍िक स्‍कूल के श‍िक्षक एवं श‍िक्ष‍िकाओं को पांच स‍ितंबर को ये पुरस्कार व‍ितर‍ित क‍िए जाएंगे। प्रमुख सच‍िव दीपक कुमार ने ये जानकारी दी।

बता दें क‍ि योगी आद‍ित्‍यनाथ कैबि‍नेट ने राज्य अध्यापक पुरस्कार (State Teacher Award) में कुछ संशोधन क‍िए हैं। योगी कैब‍िनेट के इस फैसले के बाद वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया था कि राज्य अध्यापक पुरस्कार के तहत विद्यालयों के उचित प्रबंधन, विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को देखते हुए प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक व शिक्षकों की संख्या के प्रतिनिधित्व के आधार पर विषय व वर्गवार अलग-अलग मानक तय क‍िए गए हैं।

मूल्यांकन मानक आब्जेक्टिव किया गया है। संशोधित नीति में तय 18 पुरस्कारों में दो-दो पुरस्कार प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक को और शेष 14 पुरस्कार शिक्षकों के लिए विषय व वर्गवार रखे गए हैं। संशोधित नियमावली में व्यवस्था दी गई है कि जिला, मंडल व राज्य स्तर पर गठित चयन समितियों के अलावा निदेशालय स्तर पर चयन समिति का गठन किया जाएगा। चयन की समय सारिणी को और अधिक व्यावहारिक बनाया गया है।

पहले से तय व्यवस्था के अलावा केंद्र व राज्य सरकारों के अधीन राजकीय व सहायताप्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में नियमित रूप से की गई सेवा को मान्य किया गया है लेकिन पुरस्कार का आकलन प्रदेश में किए गए शिक्षण कार्य के आधार पर होगा। अर्हक अंक को संशोधित करते हुए न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक तय किया गया है। साथ ही पांच वर्षों का बोर्ड परीक्षाफल जो हर वर्ष 90 प्रतिशत से कम न हो को निर्धारित हुआ है।