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अजब-गजब : गोंडा में पानी ना बरसने के मामले में इंद्र देवता के खिलाफ होगी कार्रवाई, तहसीलदार ने डीएम को फारवर्ड की एप्लीकेशन

Ajab-Gajab In Gonda उत्तर प्रदेश में इन दिनों पानी ना बरसने के कारण मामला बिगड़ता जा रहा है। गोंडा के सुमित कुमार यादव बारिश ना होने से इतना नाराज हैं कि उन्होंने सम्पूर्ण समाधान दिवस में इंद्र देवता के खिलाफ कार्रवाई करने की अर्जी डाल दी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Sun, 17 Jul 2022 03:22 PM (IST)
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Ajab-Gajab In Gonda : शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में या तो अधिकारी काम के तनाव में हैं या फिर बेहद लापरवाह हैं। ताजा मामला गोंडा का है, जहां पर सम्पूर्ण समामधान दिवस पर एक किसान की शिकायत पर तहसीलदार कर्नलगंज ने समाधान के लिए ऐसा पत्र अग्रसारित किया है, जो कि उनके गले की हड्डी बन सकता है।

गोंडा में शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस पर एक किसान सुमित कुमार यादव का शिकायती पत्र जमकर वायरल है। शिकायत संख्या 684 में तहसीलदार से इंद्र देवता की शिकायत की गई है कि वो वर्षा नहीं कर रहे हैं। ऐसे में इनके खिलाफ कार्रवाई हो। सुमित के इस शिकायती पत्र को तहसीलदार ने जिलाधिकारी को कार्रवाई कराने के लिए अग्रसारित किया है।

उत्तर प्रदेश में इन दिनों पानी ना बरसने के कारण मामला बिगड़ता जा रहा है। गोंडा के सुमित कुमार यादव बारिश ना होने से इतना नाराज हैं कि उन्होंने सम्पूर्ण समाधान दिवस में इंद्र देवता के खिलाफ कार्रवाई करने की अर्जी डाल दी। इसको भी बिना देखे ही तहसीलदार ने भी मामला आगे फारवर्ड कर दिया। उनकी इस शैली से लगता है कि तहसीलदार साहब बिना प्रार्थना पत्र पढ़े ही मामलों को निपटा रहे हैं।

चर्चा का विषय बनी इंद्रदेव की शिकायत : गोंडा के करनैलगंज में काफी समय से बारिश ना होने से हो रही परेशानी पर इंद्र देवता के खिलाफ की गई शिकायत चर्चा का विषय है। संपूर्ण समाधान दिवस की लगी मुहर का शिकायती पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। तहसील प्रशासन ऐसे किसी पत्र को अग्रसारित न करने की बात कह रहा है। वायरल पत्र में कौडिय़ा बाजार के झाला गांव निवासी सुमित कुमार यादव ने इंद्र देवता के खिलाफ शिकायत की है। इस पत्र में कहा गया है कि कई माह से बारिश नहीं हो रही है। इससे लोग बहुत परेशान है। खेती-किसानी पर भी असर पड़ा है। इस मामले में कार्रवाई की मांग की गई है। पत्र में कुछ अन्य लोगों के हस्ताक्षर है। यह तहसीलदार की मुहर के साथ अग्रसारित है। इस संबंध में जब तहसीलदार नरङ्क्षसह नरायन वर्मा से बात की गई तो वह हैरान रह गए। उनका कहना था कि उनके सामने ऐसा कोई मामला ही नहीं आया है। पत्र पर जो मुहर लगाई गई है, वह फर्जी है। बताया कि संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायत को संबंधित विभाग के नाम से निर्देशित किया जाता है, ना कि अग्रसारित किया जाता है। ऐसे में यह पूरी तरह से कूटरचित है। इसकी जांच कराई जा रही है।  

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