Health News UP: सभी सीएचसी पर मिलेगी टेलीमेडिसिन व टेलीरेडियोलाजी की सुविधा, मरीजों को नहीं लगानी होगी दौड़
योगी आदित्यनाथ सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने में प्रयासरत है। अब सभी सीएचसी पर मिलेगी टेलीमेडिसिन व टेलीरेडियोलाजी की सुविधा मिलेगी। लोगों को बड़े अस्पतालों तक दौड़ नहीं लगानी होगी। सरकार जांच व उपचार की सुविधाएं और बढ़ाने पर जोर दे रही है।
By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Fri, 21 Oct 2022 07:58 PM (IST)
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Health News UP प्रदेश में अब सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर टेलीमेडिसिन व टेलीरेडियोलाजी की सुविधाएं दी जाएंगी। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बड़े अस्पतालों में डाक्टरों को दिखाने के लिए दौड़ नहीं लगानी होगी। उन्हें नजदीक के अस्पताल में ही विशेषज्ञ डाक्टरों से चिकित्सीय परामर्श की सुविधा दी जाएगी।
यूपी में जांच उपचार के साथ मेडिकल सुविधाएं बढ़ाने पर जोर
- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग लगातार सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दे रहा है। अभी 250 सीएचसी पर टेलीमेडिसिन व 361 सीएचसी पर टेलीरेडियोलाजी की सुविधा दी जा रही है।
- उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि चरणबद्ध ढंग से सभी 943 सीएचसी पर टेलीमेडिसिन व टेलीरेडियोलाजी की सुविधा लोगों को दिलाई जाए।
- उन्हें बेवजह शहर में विशेषज्ञ डाक्टरों को दिखाने के लिए दौड़ न लगानी हो। उन्हें सीएचसी पर ही टेलीमेडिसिन के माध्यम से वहां मौजूद डाक्टर की मदद से मेडिकल कालेज व चिकित्सा संस्थानों के विशेषज्ञ डाक्टरों से परामर्श दिलाया जाए।
- टेलीरेडियोलाजी के माध्यम से विशेषज्ञ डाक्टरों को उनकी पैथाेलाजी जांच की रिपोर्ट दिखाकर केस हिस्ट्री तैयार की जाए।
- बड़े अस्पतालों में मरीजों की भीड़ कम करने के लिए इन दोनों सेवाओं का विस्तार किया जाना बहुत जरूरी है।
टेलीरेडियोलाजी व टेलीमेडिसिन सुविधा की ओर बढ़ रहा रुझान
प्रदेश में वर्ष 2019-20 में टेलीरेडियोलाजी की सुविधा का 3.69 लाख लोगों ने, वर्ष 2020-21 में 3.22 लाख और वर्ष 2021-22 में 2.69 लाख लोगों ने लाभ उठाया। इसी तरह टेलीमेडिसिन सुविधा का वर्ष 2019-20 में 1.83 लाख, वर्ष 2020-21 में 3.38 लाख और वर्ष 2021-22 में 4.46 लाख लोगों ने लाभ उठाया है।
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