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विदेश से इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर के जरिये ही आये रकम, सिडनी से लौटे व्यवसायी ने उठाया मुद्दा

international money transfer काले धन और भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि विदेश से जो पैसा भेजा जाए वो इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर के जरिये ही आये। विदेश का पैसा कनवर्ट करके भेजने का काम एनईएफटी आइएमपीएस व आरटीजीएस का नहीं है।

By Vikas MishraEdited By: Updated: Sun, 06 Mar 2022 08:29 AM (IST)
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विदेश में काला धन भेजने व दूसरे देशों से काला धन मंगाने के कारोबार पर नकेल कसना जरूरी है
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। काले धन व भ्रष्टाचार पर नकेल के लिए सिडनी (आस्ट्रेलिया) में रहकर व्यवसाय करने वाले नवल किशोर सिंह ने विदेशों से आने वाली रकम में बैंकों की प्रक्रिया काे लेकर सवाल खड़े किये हैं। आरोप है कि एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रानिक फंड्स ट्रांसफर), आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रास सेटेलमेंट) व आइएमपीएस (इमीडिएट पेमेंट सर्विस) के जरिये विदेश से हो रहे ट्रांजेक्शन में बैंक मनी कंनवर्ट करने में बड़ा खेल करते हैं। कहना है कि विदेश का पैसा कनवर्ट करके भेजने का काम एनईएफटी, आइएमपीएस व आरटीजीएस का नहीं है। वह भी इस व्यवस्था के जरिये हुई गड़बड़ी के भुक्तभोगी हैं।

विदेश से ऐसे ट्रांजेक्शन केवल इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर के जरिये होने चाहिए, जिनमें करेंसी का नाम व किस रेट पर मनी कंनवर्ट की गई, ऐसा सभी ब्योरा दर्ज होना चाहिए। नवल किशोर ने बताया कि वह चंदौली के मूल निवासी हैं और यहां मतदान के लिए आये हैं। वह इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार को पत्र भी लिख चुके हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से इसके लिए कड़े कानून बनाये जाने की मांग की है। ताकि विदेश में काला धन भेजने व दूसरे देशों से काला धन मंगाने के कारोबार पर नकेल कसी जा सके।

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