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नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पहले ही दिन CM योगी ने कही बड़ी बात, बोले- फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं

बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि से यूपी के काफी किसानों को लाभ मिलता है। वहीं इस योजना का काफी संख्या में लोग लाभ उठा रहे हैं। तहसील स्तर पर किसानों को इस योजना का लाभ देने के लिए अधिकारियों की ओर से जागरुक किया जाता है। इसमें तहसीलदार से लेकर एसडीएम और कृषि विभाग के अधिकारी इस योजना के बारे में किसानों को बताते हैं।

By Jagran News Edited By: Mohammed Ammar Updated: Mon, 10 Jun 2024 04:29 PM (IST)
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नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पहले ही दिन सीएम योगी ने कही बड़ी बात

लखनऊ, जागरण ऑनलाइन टीम। यूपी के लोगों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी खुशखबरी दी है। सीएम योगी ने पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल के पहले ही दिन यूपी के किसानों को एक बड़ी अहम खुशखबरी सुना दी। इसको लेकर यूपी के सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताया है। 

तीसरे कार्यकाल के प्रथम दिवस का प्रथम निर्णय अन्नदाता किसान कल्याण को समर्पित!

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने आज कार्यभार ग्रहण करते ही 'पीएम किसान सम्मान निधि' की 17वीं किस्त जारी करने हेतु फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।

इस निर्णय से…— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) June 10, 2024

सीएम योगी ने किसानों को सुनाई खुशखबरी

सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि  सभी कृषकों को हार्दिक बधाई, तीसरे कार्यकाल के प्रथम दिवस का प्रथम निर्णय अन्नदाता किसान कल्याण को समर्पित। सीएम योगी ने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कार्यभार ग्रहण करते ही 'पीएम किसान सम्मान निधि' की 17वीं किस्त जारी करने हेतु फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।

इस निर्णय से लाभान्वित होने वाले 9.3 करोड़ अन्नदाता किसानों के बैंक खातों में लगभग ₹20,000 करोड़ की राशि हस्तांतरित होगी। किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करते इस कल्याणकारी निर्णय के लिए उत्तर प्रदेश के सभी किसान भाइयों-बहनों की ओर से आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार।

यूपी के किसानों को योजना मिल रहा लाभ 

बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि से यूपी के काफी किसानों को लाभ मिलता है। वहीं इस योजना का काफी संख्या में लोग लाभ उठा रहे हैं। तहसील स्तर पर किसानों को इस योजना का लाभ देने के लिए अधिकारियों की ओर से जागरुक किया जाता है। इसमें तहसीलदार से लेकर एसडीएम और कृषि विभाग के अधिकारी इस योजना के बारे में किसानों को बताते हैं।