लखनऊ में दर्दनाक सड़क हादसा, अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार चाचा-भतीजे की मौत
लखनऊ के निगोहां में एक दर्दनाक सड़क हादसे में चाचा-भतीजे की मौत हो गई। दोनों गुजरात जाने के लिए रेलवे स्टेशन गए थे लेकिन वापस घर लौटते समय एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और परिवार में शोक की लहर है।

संवाद सूत्र, निगोहां। निगोहां के उदयपुर गांव के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से एक ही बाइक पर सवार 19 वर्षीय चाचा अभिषेक और उनके 21 वर्षीय भतीजे धीरेंद्र की मौत हो गई। दोनों घर से गुजरात जाने की बात कहकर रेलवे स्टेशन गए थे, लेकिन फिर बाइक से घर लौटने लगे।
इसी बीच दर्दनाक हादसे का शिकार हो गए। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिवार को सूचित किया है। मृतक के पिता की तहरीर पर अज्ञात वाहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी है।
नगराम के सल्लाहीखेडा गांव निवासी किसान रामसजीवन ने बताया कि उनका मंझला बेटा अभिषेक भतीजे धीरेंद्र के साथ रविवार रात लगभग 10 बजे निगोहां से मोहनलालगंज जा रहे थे। रास्ते में रायबरेली से लखनऊ की ओर जा रहे एक अज्ञात वाहन ने बाइक में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर लगते ही चाचा-भतीजे बाइक से लगभग 10 फीट हवा में उछलकर हाइवे पर जा गिरे। घटना में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में पुलिस के साथ ही एनएचएआइ की एम्बुलेंस को सूचना दी।
राहगीरों की मदद से पुलिस ने दोनों को मोहनलालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। अस्पताल में चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों युवक गुजरात में एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे और 15 दिन पहले ही घर आए थे।
पीड़ित की तहरीर पर निगोहां थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। थाना प्रभारी अनुज तिवारी ने बताया कि सीसी फुटेज की मदद से वाहन का पता लगाया जा रहा है।
एक साथ दो मौतों से सदमे में परिवार
मृतक अभिषेक चार भाई थे। हादसे की सूचना जब उनकी मां कमलेश को मिली तो वह बदहवास हो गई। हर बार यही कहती रही की अगर जरा भी अंदेशा होता तो बेटे को घर से न जाने देती।
मृतक धीरेंद्र भी चार भाई थे। बेटे की मौत के बाद से उनके पिता विजय बहादुर के आंसू नहीं थम रहे हैं। उन्होंने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
स्टेशन गए फिर लौट रहे थे घर
रामसजीवन ने बताया कि बेटा अभिषेक और उसका भतीजा धीरेंद्र गुजरात से लौटे थे। रविवार दोपहर गुजरात से कंपनी मालिक ने बेटे को फोन कर वापस काम पर बुलाया था। दोनों ने आने का खर्च न होने की बात कही। इस पर मालिक के बेटे ने कहा कि स्टेशन पर पहुंचकर फोटो भेज देना इधर से रुपये भेज देंगे।
रविवार रात लगभग नौ बजे दोनों स्टेशन पर पहुंचे और फोटो मालिक को भेजी। उधर से पैसे भी मिल गए। इसके बाद दोनों गुजरात न जाकर वापस घर आने लगे। इसी दौरान हादसे का शिकार हो गए।
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