दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर पूरी रात चटकी पटरी से गुजरती रहीं ट्रेनें
बात शामली, इटावा, सहारनपुर या फिर कहीं और की हो कई हादसे होने के बावजूद रेलवे ट्रैक पर सजगता नहीं दिखती।
By Nawal MishraEdited By: Updated: Mon, 16 Jan 2017 10:39 PM (IST)
लखनऊ (जेएनएन)। बात शामली, इटावा, सहारनपुर या फिर कहीं और की हो कई हादसे होने के बावजूद रेलवे ट्रैक पर सजगता नहीं दिखती। रविवार रात दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर पूरी रात चटकी पटरी पर ट्रेनें गुजरती रहीं सवेरा होने पर कीमैन ने चटकी पटरी देखी तब 20 किमी की स्पीड से ट्रेन गुजारने का कॉसन लगाया गया। इससे 24 घंटे पूर्व इसी सराय भूपत-इटावा के मध्य चटकी पटरी से ट्रेनें गुजरीं। रेलवे ट्रैक की देखरेख से जुड़े लोगों का कहना है कि दिन में धूप तथा रात में कड़ाके की सर्दी होने से पटरी चटकने के मामले इन दिनों ज्यादा हो रहे हैं। अक्सर वेल्डिंग किया ज्वाइंट निकल जाता है, इससे कोई ज्यादा खतरनाक स्थिति नहीं होती है। अधिकतर ज्वाइंट सिग्नल व्यवस्था से जुड़े हैं, इससे पटरी चटकने का संकेत तत्काल मिल जाता है।
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इटावा में पटरी चटक गई
रेलवे स्टेशन इटावा पर प्लेटफार्म नंबर तीन पर डाउन ट्रैक की पटरी चोर गेट के सामने चटक गई। रात में पटरी कब चटकी इसका किसी को पता नहीं लगा, सोमवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे कीमैन अंसार खां ने स्टेशन मास्टर राकेश कुमार को सूचना दी तब हलचल हुई। 9.10 बजे 20 किमी स्पीड का कॉसन लगाकर कानपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों को गुजारा गया। रात में 2.20 बजे मगध, 3.40 बजे संगम तथा 4.04 बजे फरक्का एवं अन्य कई नॉनस्टाप ट्रेनें इस पटरी से गुजर गई। करीब छह मीटर नई पटरी लगाकर ट्रैक को सोमवार की शाम करीब पांच बजे सही किया गया। प्लेटफार्म के पास पटरी चटकने के बावजूद समय से जानकारी न मिलना ट्रैक की देखरेख करने वालों पर सवालिया निशान लगा रहा है।यह भी पढ़ें: सपा घमासानः मुलायम-अखिलेश दोनों को चाहिए अध्यक्ष पद
सहारनपुर में टूटी पटरी से गुजरीं ट्रेनेंसहारनपुर-दिल्ली रेलवे मार्ग पर शामली के ग्राम सलावर के निकट टूटे रेल ट्रैक से 12 टे्रनें गुजर गईं और रेल विभाग अफसर सोते रहे। हालांकि सूचना पर कर्मचारियों ने उसी दिन पत्ती लगा दी थी, लेकिन नयी पटरी दूसरे दिन सोमवार को लगाई गई। गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। थाना आदर्श मंडी के गांव सिलावर में रेलवे हाल्ट है। सैकड़ों छात्र-छात्राएं व ग्रामीण गांव से रोजाना शामली आते-जाते हैं। रविवार को हाल्ट से चंद कदम पहले पटरी टूटी होने पर लोगों ने अधिकारियों को सूचना दी। कर्मचारियों ने टूटी पटरी पर दो लोहे के बोल्ट व एक पत्ती लगाई और वापस लौट आए। रविवार शाम से सोमवार सुबह तक कई ट्रेन इस टूटी पटरी से गुजरीं। मीडिया के पहुंचने पर अधिकारी जागे और नयी पटरी लगवाई। रेल मार्ग सही होने से ट्रेनों का संचालन शुरू हो पाया। रेलवे के पीडब्ल्यूआई संजय शर्मा ने बताया कि सोमवार को पेट्रोलिंग मैन ने पटरी के टूटने की जानकारी दी थी। यह पता चलने पर पटरी को सही कराया गया। उन्होंने बताया कि अब ट्रैक पूरी तरह दुरुस्त है।
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