Lakhimpur Kheri Case: दोनों बहनों को शादी की जिद करना पड़ा भारी, सिलसिलेवार पढ़ें पूरा घटनाक्रम
Lakhimpur Nighasan Case एसपी संजीव सुमन ने बताया कि बुधवार को निघासन में दो सगी बहनों के शव पेड़ से लटके मिले थे। किशोरियों को कोई अगवा करके लेकर नहीं गया था बल्कि वह दोनों स्वयं किसी छोटू नामक आरोपित के साथ गई थीं जिसके बाद यह अनहोनी हो गई।
लखीमपुर, जागरण संवाददाता। Lakhimpur Nighasan Case: दोनों बहनों को शादी की जिद करना भारी पड़ गया। शादी की जिद करने पर आरोपितों ने दुष्कर्म के बाद दानों की हत्या कर साथियों की मदद से उनका शव पेड़ पर लटका दिया। वहीं सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का प्रकरण राजनीतिक तूल पकड़ता, इससे पहले ही पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें से एक आरोपित की गिरफ्तारी मुठभेड़ के बाद हुई, जिसके पैर में गोली लगी है।
दोनों बहनों ने शादी की जिद की तो ले ली जान
एसपी संजीव सुमन ने बताया कि बुधवार देर शाम दोनों सगी बहनों के शव मिलने के बाद देर रात उनकी मां की तहरीर पर गांव के ही छोटू गौतम व तीन अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की गई थी। विवेचना के दौरान ये बात सामने आई कि घटना में छोटू गौतम के साथ अज्ञात तीन अभियुक्त पड़ोसी गांव लालपुर के निवासी जुनैद, सुहैल व हफीजुर्रहमान हैं। एसपी ने बताया कि अभियुक्त छोटू गौतम ने कुछ दिन पहले जुनैद, सुहैल व हफीजुर्रहमान का दोनों किशोरियों से परिचय करवाया था।
घर से बुलाकर ले गए थे खेत
वहीं मृतक बहनों की मां ने बताया था कि बुधवार दोपहर में बाइक सवार तीन युवक किशोरियों को घर से बहलाकर अपने साथ ले गए थे। खेत में ले जाकर उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। जब किशोरियों ने शादी करने की जिद की तब उन्हें दुपट्टे से गला कसकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद अपने साथी करीमुदद्दीन व आरिफ उर्फ छोटे को बुला लिया। फिर पांचों ने मिलकर किशोरियों के शवों को पेड़ से लटका दिया।
पीएम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है और उनकी गला कसकर हत्या की गई थी। वारदात की खबर सामने आने के बाद विपक्षी दल सक्रिय हो गए और पोस्टमार्टम हाउस से लेकर गांव तक उनकी हलचल पूरे दिन रही। पुलिस ने आरोपितों पर 302, 323, 452,,376 तथा पाक्साे और दलित उत्पीड़न 31 (5) का मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया।
मामले पर जिला प्रशासन और पुलिस अफसर लगातार नजर रखे रहे। गुरुवार को उन्होंने किशोरियों के गांव जाकर घरवालों को ढांढस बंधाया और समझा-बुझाकर देर शाम दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पहले जिला मुख्यालय पर डा. राजेंद्र, डा. ओवैस अहमद और डा. अर्चना के पैनल ने गुरुवार को दोनों शवों के पोस्टमार्टम किए। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई।
एसपी संजीव सुमन ने बताया कि बुधवार को निघासन में दो सगी बहनों के शव पेड़ से लटके मिले थे। किशोरियों को कोई अगवा करके लेकर नहीं गया था, बल्कि वह दोनों स्वयं किसी छोटू नामक आरोपित के साथ गई थीं, जिसके बाद उनके साथ अनहोनी हो गई। जिन छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें जुनैद, सुहैल, हफीजुर्रहमान, छोटे उर्फ आरिफ, करीमुद्दीन, व छोटू गौतम हैं। आरोपितों में छोट़ू उसी गांव का है, जबकि अन्य पांच लालपुर गांव के रहने वाले हैं।
एक आरोपित जुनैद झंडी चौकी क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद जख्मी भी हुआ है। उसके पैर में गोली लगी है। उससे 315 बोर का तमंचा, दो कारतूस व एक खोखा कारतूस बरामद हुआ। मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से जुनैद घायल हुआ है, उसे ओयल स्थित जिला अस्पताल ले जाया गया। आइजी लक्ष्मी सिंह बुधवार रात ही गांव पहुंच गई थीं और गांववालों से बात की। वह सुबह भी परिवारजन को समझाने और उनको ढांढस बंधाने गांव पहुंचीं। उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया कि किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा सभी पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
जिद पर अड़ा था परिवार
पोस्टमार्टम के बाद घरवालों ने दोनों किशोरियों के अंतिम संस्कार करने से तब तक इन्कार कर दिया जब तक उनकी मांगें पूरी न हो जाएं। उनकी मांग थी कि परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद, एक आवास और एक सरकारी नौकरी दी जाए, जिस पर घंटों तक प्रशासन परिवार को समझाता रहा। आखिरकार देर शाम प्रशासन को सफलता मिली। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि परिवार को आश्वस्त किया गया है कि उनकी वाजिब मांगें मानी जाएंगी। शासन को अवगत करा दिया गया है और परिवार ने स्वेच्छा से अंतिम संस्कार कर दिया है।