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Ujjwala-2.0 : PM नरेंद्र मोदी बोले- आत्मविश्वास से ही आत्मनिर्भर होगा देश, तय समय के भीतर खोज रहे समाधान

PM Modi to launch Ujjwala 2.0 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे आज रक्षाबंधन से पहले ही माताओ-बहनों का आशीर्वाद मिला। आज उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण में देश की लाखों माताओं-बहनों को एलपीएजी कनेक्शन तथा गैस चूल्हा मिल रहा है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Wed, 11 Aug 2021 12:23 AM (IST)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को उज्ज्वला-2 के दूसरे चरण का वर्चुअल शुभारंभ बुंदेलखंड के महोबा से करेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। PM Modi to launch Ujjwala 2.0: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के महोबा में एलपीजी कनेक्शन सौंपकर उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर छोटी सी फिल्म भी दिखाई गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बुंदेलखंड के महोबा से उज्ज्वला-2.0 योजना के वर्चुअल शुभारंभ के दौरान कहा कि पानी की तरह ही गैस भी अब हर घर की रसोई तक पहुंचेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले 25 सालों में देश समर्थ व सक्षम होगा। इसमें बहनों की भूमिका अहम होगी। आत्मविश्वास से ही देश आत्मनिर्भर होगा। 2014 से पहले तक की सरकारों ने कुछ भी नहीं सोचा। उन्होंने तब सड़क, बिजली पानी, स्वास्थ्य, अस्पताल, स्कूल को लेकर सोचा और अब सात साल में मिशन मोड पर काम करके तय समय के भीतर समाधान खोज रहे हैं। रसोई ठीक होगी तो बेटियां घर से निकल राष्ट्रनिर्माण में सहयोगी बनेंगी। कृषि अवशेष से बायो फ्यूल के उप्र के बदायूं व गोरखपुर, पंजाब के भटिंडा में बनेंगे। इससे देश के विकास का इंजन दौड़ेगा। गोवर्धन योजना निराश्रित पशुओं से भी आमदनी का रास्ता खोलेगी। गांवों में घर-घर बायो गैस प्लांट बनेंगे।

कोरोना काल में मां-बहनों तक फ्री गैस पहुंची

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना काल में फ्री गैस मां-बहनों तक पहुंची। छह-सात साल में 11 हजार नए एलपीजी वितरण केंद्र खोले गए। उत्तर प्रदेश में 2014 में ये केंद्र 2000 थे, जो अब 4000 से अधिक हो गए हैं। 2014 से पहले के वर्षों में जितने कनेक्शन दिए गए, उतने उनकी सरकार ने सात सालों में दिए। सीएनजी आधारित यातायात पर फोकस है। उत्तर प्रदेश के 50 जिलों में 21 लाख घरों को पीएनजी कनेक्शन से लैस किया जा रहा है।

प्रयास भी बड़े करने पड़ते हैं

सपने बड़े हों तो प्रयास भी बड़े करने पड़ते हैं। बायो फ्यूल इस दिशा में देश के विकास का इंजन बनेगा। गांव और प्रदेश से तरक्की की राह निकलेगी। इथेनाल निर्माण से गन्ना किसानों को लाभ होगा। गन्ने से इथेनाल बनने से उप्र को सीधा फायदा पहुंचेगा। सात हजार करोड़ का सीधा लाभ किसानों को मिलेगा। किसानों को कचरे के भी दाम मिलेंगे।

रक्षाबंधन से पहले ही माताओं-बहनों का आशीर्वाद मिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे आज रक्षाबंधन से पहले ही माताओं-बहनों का आशीर्वाद मिला। आज उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण में देश की लाखों माताओं-बहनों को एलपीएजी कनेक्शन तथा गैस चूल्हा मिल रहा है। उज्ज्वला योजना ने देश के जितने लोगों और महिलाओं का जीवन रोशन किया है, वो अभूतपूर्व है। योजना 2016 में उत्तर प्रदेश के बलिया से आजादी की लड़ाई के अग्रदूत मंगल पांडे की धरती से शुरू हुई थी। आज उज्ज्वला का दूसरा संस्करण भी उत्तर प्रदेश के ही महोबा की वीरभूमि से शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश में उज्ज्वला योजना की पहली योजना देश की आजादी के नायक मंगल पाण्डेय की कर्मस्थली बलिया में 2016 से शुरू की गई। आज इसका दूसरा चरण उत्तर प्रदेश की ही एक वीर भूमि महोबा से शुरू हो रहा है। आज मुझे बुंदेलखंड के महानायक मेजर ध्यान चंद को याद कर गर्व महसूस हो रहा है। आज मैं बुंदेलखंड की एक और महान संतान को याद कर रहा हूं। मेजर ध्यान चंद, हमारे दद्दा ध्यानचंद। देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार का नाम अब मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार हो गया है। दद्दा के नाम पर हमने खेल का शीर्ष पुरस्कार किया तो हमको लाखों खेल प्रेमियों की प्रतिक्रिया मिली। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2016 में उत्तर प्रदेश के बलिया से मंगल पांडेय की धरती से उज्ज्वला गैस योजना के पहले चरण का शुभारंभ हुआ था और अब बुंदेलखंड की वीरभूमि महोबा से दूसरे चरण की शुरुआत हो रही है। बुंदेलखंड रानी लक्ष्मीबाई, दुर्गावती, छत्रसाल जैसे वीरों की धरती रही है। यहां के वीर आल्हा-ऊदल का अलग स्थान रहा है। ओलिंपिक में देश के खिलाड़ियों ने मान बढ़ाया तो बुंदेलखंड की धरती से जुड़े दद्दा मेजर ध्यानचंद के नाम पर सर्वोच्च पुरस्कार घोषित किया। आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, लेकिन पिछली सरकारों ने मूलभूत सुविधाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया। गरीब और आदिवासी बेहाल रहे। मां-बहनें दर्द से कराहती रहीं। घर से लेकर हर मोर्चे पर उन्हें दिक्कत में देखा। अब उज्ज्वला योजना, आवास योजना, जनधन समेत केंद्र सरकार की योजनाओं ने बदलाव का माहौल पैदा किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बहनों के स्वास्थ्य, सुविधा और सशक्तिकरण के इस संकल्प को उज्ज्वला योजना ने बहुत बड़ा बल दिया है। योजना के पहले चरण में 8 करोड़ गरीब, दलित, वंचित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों की बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया। इसका कितना लाभ हुआ है, ये हमने कोरोना काल में देखा है। हमारी बेटियां घर और रसोई से बाहर निकलकर राष्ट्रनिर्माण में व्यापक योगदान तभी दे पाएंगी, जब पहले घर और रसोई से जुड़ी समस्याएं हल होंगी। बीते 6-7 सालों में ऐसे हर समाधान के लिए मिशन मोड पर काम किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत देशभर में करोड़ों शौचालय बनाए गए` बीते साढ़े 7 दशकों की प्रगति को हम देखते है तो हमें जरूर लगता है कि कुछ स्थितियां, कुछ हालात ऐसे हैं जिनको कई दशक पहले बदला जा सकता था। घर, बिजली, पानी, शौचालय, गैस, सड़क, अस्पताल, स्कूल, ऐसी अनेक मूल आवश्यकताएं है जिनकी पूर्ति के लिए दशकों का इंतज़ार देशवासियों को करना पड़ा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बायोफ्यूल एक स्वच्छ ईंधन मात्र नहीं है, बल्कि ये ईंधन में आत्मनिर्भरता के ईंजन को, देश के विकास ईंजन को, गांव के विकास ईंजन को गति देने का भी एक माध्यम है। बायोफ्यूल एक ऐसी ऊर्जा है, जो हम घर और खेत के कचरे से, पौधों से, खराब अनाज से प्राप्त कर सकते हैं।

बुंदेलखंड सहित पूरे यूपी और दूसरे राज्यों के हमारे अनेक साथी, काम करने के लिए गांव से शहर जाते हैं, दूसरे राज्य जाते हैं। वहां उनके सामने एड्रेस के प्रमाण की समस्या आती है। ऐसे ही लाखों परिवारों को उज्ज्वला 2.0 योजना सबसे अधिक राहत देगी। अब मेरे श्रमिक साथियों को एड्रेस के प्रमाण के लिए इधर-उधर भटकने की ज़रूरत नहीं है। सरकार को आपकी ईमानदारी पर पूरा भरोसा है। आपको अपने पते का सिर्फ एक सेल्फ डेक्लेरशन, यानि खुद लिखकर देना है और आपको गैस कनेक्शन मिल जाएगा।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के भोपाल की सुनीता, गोवा की एकता चोपड़ेकर, पंजाब के अमृतसर की आशा, उप्र के गोरखपुर की किरन देवी व उनकी बेटी से बातचीत की और उज्ज्वला-2.0 योजना का शुभारंभ किया।

बुंदेलखंड बदल रहा, नारी गरिमा और सुरक्षा में प्रदेश ने गढ़ा कीर्तिमान : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उज्ज्वला-2.0 के शुभारंभ मौके पर कहा कि वीरभूमि महोबा से बुंदेलखंड की बदलती तस्वीर पूरा देश देख रहा है। एक्सप्रेस-वे नई इबारत लिखने को तैयार है। झांसी व चित्रकूट में डिफेंस कॉरिडोर को लेकर काम काफी आगे बढ़ चुका है। कानपुर, अलीगढ़ व लखनऊ में भी काम तेज किया गया है। वर्षों से पानी के लिए अभिशप्त बुंदेलखंड में प्रधानमंत्री ने हर घर नल जल योजना से नया कीर्तिमान गढ़ने की तरफ बढ़ रहा है। जल्द सबको शुद्ध पानी घर-घर मिलेगा। सिंचाई के लिए महोबा की अर्जुन सहायक, बंडई समेत अन्य परियोजनाओं का काम अंतिम चरण में है। इसके बाद पेयजल व सिंचाई संकट बुंदेलखंड से खत्म हो जाएगा।

कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस कनेक्शन योजना के कारण अब प्रदेश में 3.25 करोड़ गैस कनेक्शन हो गए हैं, जबकि पहले यह 1.47 करोड़ ही थे। इससे केरोसिन की खपत कम होने से प्रदेश को 2020 में 17 करोड़ का लाभ हुआ, जबकि 2021 में 22 करोड़ का फायदा होने जा रहा है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर नारी शक्ति को प्रोत्साहन देने के लिए प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करने के साथ ही कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के बड़े विजन के कारण ही आज कम समय में ही उत्तर प्रदेश की बड़ी आबादी उज्ज्वला योजना का लाभ ले रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2016 तक एक करोड़ एलपीजी कनेकशन थे और आज तीन करोड़ 25 लाख घरों में उज्ज्वला योजना के तहत कनेक्शन मिला है। वर्ल्ड फयूल डे पर आज भी बड़ी संख्या में परिवार लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में एलपीजी कनेक्शन मिलने के कारण हमने मिट्टी के तेल की खपत में होने वाले धन को बीते वर्ष 15 करोड़ रुपया के रूप में बचाया है। इस बार हम 25 करोड़ रुपया तक बचा लेंगे।

गोरखपुर की किरन बोलीं-मोदी की आप को हमारी उमर लग जाए

गोरखपुर की किरन देवी के साथ पीएम मोदी ने संवाद किया। इस अवसर पर किरन देवी के साथ उनकी बेटी साधना भी थीं। प्रधानमंत्री मोदी से किरन देवी ने कहा कि मोदी जी, रसोई गैस कनेक्शन मिलने से बहुत मदद मिली है। अब हमारा समय बचता है और हम काम पर ज्यादा ध्यान दे पाते हैं। जब रसोई गैस नहीं थी तो काम करके हम थक कर घर आते थे तो कभी-कभार घर में खाना ही नहीं बनता था। शाम को आकर ऐसे ही सो जाते थे। बारिश के दिनों में लकड़ी सुखाओ या काम करो, बहुत दिक्कत होती थी, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। अब सब कुछ आसान हो गया है। हमारी उम्र आपको लग जाए, आप ऐसे ही बने रहें।

सहजनवां के पाली ब्लाक की ग्राम पंचायत कोदरी टोला डीहुलिपार की किरन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वर्चुअल बात की तो उज्ज्वला 2.0 योजना की जमकर तारीफ की। प्रधानमंत्री ने किरन और उनकी बेटी साधना से तकरीबन पांच मिनट बात की। साधना ने बताया कि वह इंटर में पढ़ती हैं। किरन को वर्ष 2016 में रसोई गैस कनेक्शन मिला है।

प्रधानमंत्री ने किरन से पूछा कि उसकी बेटी पढ़ती है तो उसे खाना बनाने के बारे में सिखाया है या नहीं। किरन ने बताया कि बेटी खाना बनाती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बेटी को गैस पर खाना बनाना अच्छा लगता होगा तो किरन ने कहा कि बेटी को गैस पर खाना बनाना बहुत अच्छा लगता है। गैस खत्म होने पर वह खाना बनाने के लिए राजी ही नहीं होती है। प्रधानमंत्री ने पूछा कि परिवार में और लोग क्या करते हैं तो किरन ने बताया कि पति रूदल बाहर रहकर परिवार के कार्यों में मदद करते हैं। वह स्वयं सहायता समूह से जुड़कर बांस का बेना, पंखा, डलिया बनाती हैं। इसके अलावा सिलाई भी करती हैं। ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर समूह चलाते हैं।

बूंदी देवी के योगदान को पीएम मोदी ने सराहा

पीएम नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर देहरादून की बूंदी देवी ने संवाद किया। बूंदी देवी ने बताया कि घर में जब तक एलपीजी नहीं था तो जीवन बेहद कष्ट वाला था। हम तो जंगल से लड़की लाकर खाना बनाते थे। कभी गीली लड़की होने पर जलती नहीं थी, आंख में आंसू आते थे, लेकिन समय पर खाना नहीं बनता था। अब गैस मिलने के बाद समय भी बचता है। हमने एक गाय पाली है और दूध का काम शुरू किया है। अब मैं अपने पिता की भी सेवा करती हूं। अब तक हमने 22 गैस सिलिंडर रिफिल कराया है।

इस योजना के तहत लाभार्थियों को एलपीजी का मुफ्त कनेक्शन दिया जाता है।  पहले चरण में प्रदेश के गरीब परिवारों को कुल एक करोड़ 47 लाख 43 हजार 862 रसोई गैस कनेक्शन दिए गए। जो पात्र परिवार रह गए, उन्हें इस दूसरे चरण में लाभान्वित किया जाएगा। इसके साथ आज से ही मुजफ्फरनगर में लगाए जा रहे कम्प्रेस्ड बायोगैस प्लांट की शुरुआत भी की जाएगी।

पहली रिफिल और हॉटप्लेट मुफ्त

उज्जवला 2.0 के लाभार्थियों को डिपॉजिट फ्री एलपीजी कनेक्शन के साथ पहली रिफिल और हॉटप्लेट मुफ्त दी जाएगी। साथ ही न्यूनतम कागजी कार्रवाई की जरूरत होगी। उज्ज्वला 2.0 में लोगों को राशन कार्ड या एड्रेस प्रूफ जमा करने की जरूरत नहीं होगी। आवेदक योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 2021 के लिए अपनी पसंद के किसी भी वितरक को या तो वितरक के पास आवेदन जमा करके या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से एप्लीकेशन देकर कर सकते हैं। इस बार आपको कई विकल्प दिए गए हैं। आप चाहे तो अपनी पसंद के वितरक चुन सकते हैं, जैसे इंडेन, भारतगैस या एचपी गैस में से कोई भी एक।

2016 में हुई योजना की शुरुआत

साल 2016 में शुरू उज्ज्वला योजना के दौरान गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले परिवारों की 5 करोड़ महिला सदस्यों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। अप्रैल 2018 में इस योजना का विस्तार किया गया और इसमें सात और श्रेणियों (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, पीएमएवाई, एएवाई, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, चाय बागान, वनवासी, द्वीप समूह) की महिला लाभार्थियों को शामिल किया गया। लक्ष्य को संशोधित कर 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन कर दिया गया। इस लक्ष्य को निर्धारित तिथि से सात महीने पहले अगस्त 2019 में ही हासिल कर लिया गया था।

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