सेंगर की पत्नी के बाद अब करीबी अरुण सिंह को उन्नाव जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट मिलने पर बवाल
कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को जिला पंचायत सदस्य के रूप में वार्ड नम्बर 22 फतेहपुर चौरासी से टिकट मिलने और कटने के बाद अब भाजपा से सेंगर के करीबी अरुण सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित होने के बाद बवाल हो रहा है।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Thu, 24 Jun 2021 03:55 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। उन्नाव की राजनीति में पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के नाम पर बवाल होना स्वाभाविक है। माखी के चर्चित दुष्कर्म कांड के मामले में दिल्ली की जेल में बंद कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को जिला पंचायत सदस्य के रूप में वार्ड नम्बर 22 फतेहपुर चौरासी से टिकट मिलने और कटने के बाद अब भाजपा से सेंगर के करीबी अरुण सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित होने के बाद बवाल हो रहा है। इस बार माखी दुष्कर्म कांड की पीड़ित ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी कर भाजपा शीर्ष नेतृत्व से अरुण सिंह का टिकट काटने का अनुरोध किया है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन 26 जून को होना है, जबकि मतदान तीन जुलाई को होगा।
उन्नाव के माखी गांव की दुष्कर्म पीड़ित अरुण सिंह को उन्नाव से भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए प्रत्याशी बनाते ही भड़क गई है। उन्नाव में भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी घोषित होते ही माखी दुष्कर्म कांड का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया। बुधवार रात टिकट की घोषणा होने की सूचना के बाद दुष्कर्म पीड़ित का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हुआ। इसमें दुष्कर्म पीड़ित ने कहा कि भाजपा सरकार मेरे साथ है या मुझको लेकर दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथ। भारतीय जनता पार्टी दोषियों को टिकट दे रही। अरुण सिंह मेरे पिता की हत्या में नामजद हैं, जो मेरे खिलाफ है। यह मेरी जान के लिए खतरा बने हैं। पिता की हत्या के अलावा सामूहिक दुष्कर्म में भी अरुण शामिल रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार उनका टिकट वापस ले।
उन्नाव से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी घोषित करने के बाद सत्ताधारी भाजपा ने बुधवार देर रात उन्नाव से अरुण सिंह को अपना जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी घोषित कर दिया। अरुण सिंह के भाजपा से प्रत्याशी बनाये जाने के बाद माखी दुष्कर्म कांड एक बार फिर चर्चा में आ गया। इस कांड में दुष्कर्म पीड़ित के पिता की हत्या और उसके बाद रायबरेली में हुए सड़क हादसे में पीड़ित की मांग और उसके चाचा की तरफ से दर्ज कराई गई एफआइआर में अरुण सिंह को भी नामित किया गया था। दुष्कर्म पीड़ित का आरोप है कि अरुण सिंह को उम्मीदवार बनाने से उसकी जान को खतरा बढ़ गया है। पीड़ित ने फोन पर वार्ता में कहा कि वह भाजपा नेतृत्व को इसके लिए पत्र लिख रही है। माखी दुष्कर्म कांड की पीड़ित ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी करने के साथ ही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अरुण सिंह का टिकट वापस लेने की मांग की है। पीड़ित का कहना है कि भाजपा ने उसे मरवाने के लिए अरुण सिंह को टिकट दिया है।
इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर रावत ने कहा कि मेरे हिसाब से उस मामले में अरुण सिंह की कहीं से कोई भूमिका नहीं रही है। अरुण सिंह को कहीं से भी दोषी नहीं ठहराया गया है, वह जांच में निर्दोष साबित हो चुके हैं। यह विपक्षियों की भाजपा को बदनाम करने की साजिश के तहत किया जा रहा है। ऐसा कुछ भी नहीं है।
अरुण सिंह फतेहपुर जिले के हुसैनगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक और प्रदेश सरकार में कृषि राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह के दामाद हैं। यहां के नवाबगंज ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अरुण सिंह को भाजपा ने उन्नाव में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। भारतीय जनता पार्टी ने औरास द्वितीय से निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य अरुण सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी घोषित किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर कई दिनों से चल रही जोर आजमाइश के बाद बुधवार रात करीब 11 बजे भाजपा ने अरुण सिंह के नाम का ऐलान किया। अरुण सिंह ब्लॉक प्रमुख रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर रावत ने दावा किया कि चुनाव में भाजपा की ही जीत होगी।
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